स्टेरलाइजेशन के बाद छोड़ा जाएगा जंगलों में…DFO कुनाल
Ashoka Times…
वनमण्डल पांवटा की मंकी कैचिंग टीम द्वारा गत एक सप्ताह में पांवटा क्षेत्र से 116 बंदर पकड़े गए।
बंदर पकड़ने के लिए विशेष टीम ऊना से बुलाई गई जिसने विभिन्न कॉलोनियों से बंदरों को पकड़ कर पिंजरा-बंद किया व नसबंदी करने हेतु पांवटा स्थित मंकी स्टरलाइजेशन सेंटर में भेजा गया। नसबंदी करने पश्चात बंदरों को जंगल में छोड़ा गया है। मंकी कैचिंग अभियान के दौरान पांवटा अनाजमंडी क्षेत्र, गुलाबगढ़ व सन फार्मा से बड़ी संख्या में बंदर पकड़े गए।
ये भी पढ़ें…
शिमला में 39.77 ग्राम स्मैक के साथ एक व्यक्ति गिरफ्तार…
चूंकि बंदरों के द्वारा मंकी कैचिंग वाहन व टीम की पहचान करने के कारण एक समय के बाद बंदर पकड़ने की रफ्तार कम हो जाती है इसलिए बंदर पकड़ने के अभियान का अगला चरण सितंबर माह के अंत में शुरू किया जाएगा।
जनमानस से बंदरों को खाना न देने व नगर पालिका से शहरी क्षेत्र में खुले में फैले कचरे का तुरंत निराकरण करने की अपील भी वन विभाग द्वारा की गई है ।
ट्राइबल नोटिफिकेशन के बाद तय होगा कि दलित आंदोलन खत्म या शुरू…
बता दें कि पांवटा साहिब में बंदरों के आतंक के चलते कई लोग छतों से गिर चुके हैं और बुरी तरह घायल भी हुए हैं इसके अलावा कई बच्चे बुजुर्ग महिलाएं भी इनका शिकार हुई है शहरी क्षेत्र में कुछ एरिया तो ऐसे हैं जहां पर छतों पर बंदरों ने कब्जा कर लिया है और 20 से 30 बंदर इकट्ठा होकर लोगों को न केवल डराते हैं बल्कि हमला भी कर देते हैं।
मुख्यमंत्री को उठाया कंधों पर किया आभार व्यक्त…देखें क्या था नजारा
“जय हाटी जय माटी” की हुई जीत लाखों लोगों को मिलेगा एसटी का फायदा…
गोवंश संरक्षण मुद्दे पर दलगत राजनीति से ऊपर उठकर करें काम…मनीष