“पापा यहां पीजी वाले सूखी रोटी देते हैं” खाई नहीं जाती….
मौत से पहले की रिकॉर्डिंग आई सामने निजी कोचिंग सेंटर सवालों के घेरे में…
Ashoka Times….28 August 2024
“पापा यहां पीजी वाले सूखी रोटी देते हैं” और जब मैंने पीजी वाले से कहा कि मैं ताजी चपाती खाऊंगा तो पीजी वाले ने मुझे मारना शुरू कर दिया। हमीरपुर के निजी पीजी में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई 16 वर्षीय छात्र आर्यव की मौत के बाद अब मोबाइल रिकार्डिंग सामने आई है।
हिमाचल प्रदेश के एक निजी कॉलेज में नीट की कोचिंग करने के लिए गया। वहां 16 वर्षीय छात्र आर्यव की संदिग्ध परिस्थितियों मौत हो गई। इस बारे में जानकारी देते हुए पिता सुनील कुमार ने कहा कि डॉक्टरों का कहना है कि उनके बेटे के गले और बाजू की हड्डी टूटी थी। ऐसे कैसे बेटे की गले और बाजू की हड्डी टूट सकती है। उन्हें संदेह है कि बेटे के साथ मारपीट हुई थी। उनके मुताबिक जिस रात घटना हुई उस रात बेटे का फोन आया और तेरह सेकंड बात हुई। इस दौरान बेटे ने कहा कि खाने के लिए उसे मारने की धमकी दी जा रही है। इसके बाद मोबाइल फोन बंद हो गया।
कुल मिलाकर आर्यव की मौत के बाद मोबाइल से मिली रिकॉर्डिंग इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता की ओर धकेल रही है अगर बच्चे के साथ सिर्फ खाने को लेकर मारपीट हुई थी तो यह बेहद शर्मनाक और प्राइवेट कोचिंग सेंटर के लिए खतरे की घंटी है इस तरह के कोचिंग सेंटर को तुरंत बंद करना चाहिए जहां पर सिर्फ खाने के लिए बच्चों की सांसे रोक दी जाएं। हालांकि है पूरा का पूरा मामला ऐसी जांच की ओर बढ़ रहा है जिसमें थोड़ा समय लग सकता है।
मृतक के पिता ने कहा कि बेटे ने तीन-चार दिन के दौरान कई बार कहा कि पीजी वाले उसे धमकी दे रहे हैं। पिता के मुताबिक जब बेटे ने इस तरह की बात कही तो उन्होंने सोचा कि बच्चा है हो सकता है छोटी मोटी बात को लेकर बोल रहा हो। मृतक के पिता ने कहा कि हो सकता है कि जब मैंने उसकी शिकायत को अनदेखा किया तो बेटे ने नाराजगी में उनका मोबाइल नंबर ब्लैक लिस्ट में डाल दिया हो।
पापा अपनी पहली सैलरी आपको दूंगा….
वहीं दूसरी और बेहद मार्मिक और मां को उदास कर देने वाली परिजनों ने बताई बात कि पापा डॉक्टर बनने के बाद अपनी पहली सैलरी में आपको दूंगा बेहद दुखदाई है एक पिता और परिवार के लिए उसे बेटे का अचानक चले जाना ऐसे दुख को परिभाषित नहीं किया जा सकता।
बता दे की कोचिंग के लिए भेजे अपने बेटे की मौत से उनका घर बर्बाद हो गया है। इंसाफ के लिए वह आखिरी दम तक लड़ेंगे। अगर इंसाफ न मिला तो हमीरपुर में धरना देंगे। वहीं पोस्टमार्टम के बाद सोमवार देर शाम को छात्र आर्यव राठौर का अंतिम संस्कार पैतृक गांव के नजदीक श्मशानघाट में किया गया।