Ashoka Times…7 August 2024
पांवटा साहिब वार्ड नंबर 9 और 10 के ड्रग्स माफिया ने पूरी तरह से अपनी ड्रग्स बेचने की रणनीति बदल दी है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ड्रग्स में संलिप्त माफिया ड्रग्स की खेप छुपाने के लिए रिश्तेदार या आस पड़ोस के लोगों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
वार्ड नंबर 9 और 10 में अधिकतर ड्रग्स तस्करी महिलाएं कर रही है। अब पुलिस से बचने के लिए पूरी तरह से तरीका बदल दिया है । अब सूत्रों की माने तो ड्रग्स छुपाने के लिए अपने आसपास के गरीब परिवारों और रिश्तेदारों का इस्तेमाल किया जा रहा है चंद रुपए देकर उनके घरों में स्मैक और दूसरी सिंथेटिक ड्रग्स रखी जा रही है वहीं से थोड़ी-थोड़ी सप्लाई नए युवाओं के माध्यम से की जा रही है।
उधर पुलिस और उसकी खुफिया तंत्र की निगाहें ड्रग्स माफिया के घर पर टिकी हुई है जबकि उन्होंने तस्करी का पूरा सिस्टम बदल दिया है। अगर सूत्रों की माने तो आने वाले समय में ड्रग्स माफियाओं को गिरफ्तार करना या उनके घर से ड्रग्स ढूंढ पाना पुलिस के लिए चुनौती हो जाएगी वहीं दूसरी और पांवटा साहिब के वार्ड नंबर 9 और 10 में गरीब परिवारों के बेरोजगार बच्चों का इस्तेमाल भी इस धंधे में किया जा रहा है।
वहीं दूसरी और सूत्रों की माने तो ड्रग्स माफिया और उनके आसपास रहने वाले परिवार पुलिस की कार्रवाई से पूरी तरह से ना खुश रहे हैं जिसके चलते ड्रग्स माफिया अपने रिश्तेदारों और आस पड़ोस के कुछ लोगों को इस तस्करी से जोड़ पाए हैं।
जैसा की विदित है पिछले कुछ समय में पांवटा साहिब के नशा माफियाओं से उत्तराखंड में 2 लाख रुपए से लेकर ₹60 लाख तक की ड्रग्स बरामद की गई थी जबकि हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब में उन्ही ड्रग्स माफियाओं से 6 से 7 ग्राम ड्रग्स बरामद करनी भी चुनौती मानी जाती है।
बता दें कि 4 अगस्त को पांवटा साहिब पुलिस द्वारा एक ड्रग्स बेचने वाले संजय कुमार उर्फ संजू के घर छापेमारी की गई थी जहां से उन्हें ड्रग्स तो नहीं मिली लेकिन 59 लाख रुपए पुलिस ने बरामद किए हैं यह सूत्रों से मिली जानकारी को और अधिक पुख्ता करता है कि ड्रग्स माफिया ने अपनी ड्रग्स को बेचने का तरीका पूरी तरह से बदल दिया है उनके पास भारी मात्रा में पैसा और सोना तो बरामद किया जा सकता है लेकिन ड्रग्स पकड़ना काफी मुश्किल होगा।
कुल मिलाकर पुलिस को भी ड्रग्स माफिया और उसकी रणनीति को समझ कर दाओ लगाना होगा ताकि बड़े ड्रग्स माफिया जो इस वक्त पांवटा साहिब में खुलेआम ड्रग्स का धंधा कर रहे हैं वह सलाखों के पीछे जा सके वही ड्रग्स माफिया की मदद करने वाले परिवारों को भी नहीं बख्शा जाना चाहिए।