Ashoka time’s…20 November
किसी भी धार्मिक आयोजन के लिए तुलसी का प्रयोग अवश्य रूप से किया जाता है।हिंदू धर्म में तुलसी को बहुत ज्यादा पवित्र माना गया है।वहीं शास्त्रों में तुलसी को जीवनदायिनी तक कह दिया गया है।
वही आयुर्वेद में इसे मेडिसन प्लांट का दर्जा दिया गया है। इसका कारण यह है कि तुलसी में ऐसी कई क्षमताएं जो कई बीमारियों (diseases) से दूर रखती हैं। आज हम आपको तुलसी के मेडिसन उपयोगों के बारे में भी बताते हैं।
यदि आप रोज तुलसी के चार पत्तों का सेवन करते हैं तो आप कई बीमारियों से बच सकते हैं। इससे आपकी इम्यूनिटी (immunity) पावर बढ़ेगी और साथ में पाचनतंत्र मजबूत होगा। जब कोरोना काल का दौर था तब भी लोगों ने तुलसी का इस्तेमाल कर अपनी इम्यूनिटी बढ़ाई।
तो यह जाहिर है कि तुलसी के पौधे में कई औषधीय गुण होते हैं जो कई तरह से लाभ पहुंचाते हैं। तुलसी का सेवन करने से दिल की बीमारियां से निजात मिलती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो हमें फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। यदि खाली पेट तुलसी के पत्तों का सेवन करना दिल के स्वास्थ्य को मजबूत होता है।
वहीं तुलसी का सेवन करने से कब्ज भी दूर हो जाती है। तुलसी के पत्तों में पोटेशियम और फोलेट जैसे पोषक तत्व होते हैं जो हड्डियों को मजबूत करता है। वहीं तुलसी के सेवन से सर्दी-जुखाम से भी राहत मिलती है। इसे चाय या काढ़े में भी डाला जा सकता है। वहीं ठंड में तुलसी शरीर को गर्माहट प्रदान करती है। वहीं तुलसी के पत्ते कैंसर जैसी भयानक बीमारी से भी बचाते हैं।
इसके अलावा दांतों और मसूड़ों को मजबूत करने के लिए भी तुलसी का उपयोग किया जा सकता है। साथ ही इसका सेवन करने मुंह की दुर्गंध भी दूर हो जाती है। वहीं किडनी के लिए भी तुलसी के पत्ते श्रेष्ठ होते हैं।