SP सिरमौर ने पुलिस जवान को सुसाइड के लिए उकसाया !….पुलिस जवान लापता…वीडियो वायरल…. पढ़िए क्या है पूरा मामला
Ashoka Times…12 JUNE 2024

हिमाचल प्रदेश जिला सिरमौर के एसपी रमन मीना पर पुलिस जवान को सुसाइड करने के लिए उकसाने के आरोप सामने आए हैं खुद जवान ने अपना वीडियो वायरल कर एसपी सिरमौर की तानाशाही का राज खोला है।
पांवटा साहिब के निवासी जसवीर सैनी जो कि पुलिस में हेड कांस्टेबल पद पर काला आम में पोस्टेड थे । उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने एसपी सिरमौर रमन कुमार मीणा पर गलत धाराएं लगाकर पीड़ितों को गिरफ्तार करने के आरोप लगाए। इस मामले में उनको इतना अधिक तनाव दिया गया कि वह कल से लापता है। लापता होने से पहले उन्होंने एक वीडियो अपना वायरल किया था जिसमें उन्होंने बताया कि काला आम में दो पार्टियों के बीच मारपीट का मामला था क्योंकि साधारण मारपीट का मामला था डॉक्टर के मेडिकल में भी साधारण चोटें आई थी, इसलिए साधारण धाराएं उसमें लगाई गई लेकिन SP सिरमौर रमन कुमार मीना लगातार उन पर मारपीट करने वाले पीड़ितों के खिलाफ हत्या का प्रयास करने जैसी गंभीर धाराएं लगाने और आरोपियों को गिरफ्तार करने का दबाव हेड कांस्टेबल जसवीर सिंह पर बना रहे थे।

वायरल वीडियो में जसवीर सैनी ने रोते हुए बताया कि किस तरह से एसपी सिरमौर रमन कुमार मीणा उनके साथ न केवल बदसलूकी पर उतर आए थे बल्कि उन्हें जलील किया जा रहा था व लगातार उन्हें उपरोक्त मामले में गंभीर धाराएं लगाकर पीड़ितों को गिरफ्तार करने का झूठा मुकदमा बनाने की बात भी कह रहे थे।
जसवीर सैनी ने अपने वीडियो में रोते हुए बताया कि वह बेहद दबाव में है एसपी सिरमौर लगातार उनको गलत धाराएं लगाने और गलत काम करने के लिए दबाव बना रहे हैं इस मामले में एसपी सिरमौर को लगातार कुछ नेताओं के फोन आ रहे थे जिनके कहने पर एसपी सिरमौर अपने ही हेड कांस्टेबल को न केवल जलील कर रहे थे बल्कि उनको गलत धाराएं लगाकर पीड़ितों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए भी बोल रहे थे।
बता दे एसपी रमन कुमार मीणा पर पहले भी मासूम लोगों को झूठे मुकदमों में फंसा कर अपनी रंजिश निकलने का प्रयास करने के आरोप लग चुके हैं इससे पहले भी उनके अधीनस्थ अधिकारियों ने उनकी छत्रछाया में रह कर कईं लोगों पर झूठे मुकदमे बनाकर उनको सलाखों के पीछे भेजने का प्रयास किया गया जिसमें कई दबंगई से लिखने वाले पत्रकार भी शामिल रहे हैं।
वहीं यह बेहद संवेदनशील मामला है जिसको लेकर एसपी सिरमौर पर हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री को न केवल जांच करवानी चाहिए बल्कि तुरंत एसपी सिरमौर को उनके पद से हटाकर जांच को निष्पक्ष करने का भी कदम उठाना चाहिए।
इस मामले में आईजी हिमाचल प्रदेश का पक्ष लेने के लिए संपर्क साधा गया था लेकिन किन्हीं कर्म से उनसे बात नहीं हो पाई पुलिस की ओर से जो भी पक्ष होगा वह भी प्रकाशित किया जाएगा।