SDM को खालिस्तानी बताने वालों पर होंगे मामले दर्ज…पढ़ें क्या है पूरा मामला
अब जयराम और बिंदल पर सिखों की धार्मिक भावनाओं को भड़काने के आरोप…!
Ashoka Times….18 June 2025
पांवटा साहिब में अब सिक्खों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने को लेकर शिकायत दर्ज करवाई गई। एसडीएम गुंजीत सिंह चीमा को सोशल मीडिया पर कुछ उपद्रवियों द्वारा खालिस्तानी लिखा गया। जिससे सभी सिक्खों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं और जिसकी शिकायत थाना प्रभारी को सौंपी गई है।
रोष प्रकट करने के लिए गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब में सिक्ख समुदाय के दर्जनों लोग इकट्ठा हुए। इस दौरान इंद्रजीत सिंह मिक्का, तलविंदर सिंह हंनी, प्रदीप सिंह, हरपाल सिंह, सतपाल सिंह, प्रीत पाल सिंह ने बताया कि पांवटा साहिब में सिक्ख धर्म से संबंध रखने वाले हम सभी लोग आहत हैं। कुछ उपद्रवियों ने सिख समुदाय से संबंध रखने वाले एसडीएम गुंजित सिंह चीमा को सोशल मीडिया पर खालिस्तानी करार दिया है । जिसकी हम भर्त्सना करते हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं।
क्या बोले इंद्रजीत सिंह मिक्का …
इंद्रजीत सिंह मीका ने कहा कि हम हिमाचल प्रदेश के चीफ मिनिस्टर सुखविंदर सिंह सुखों से अपील करते हैं कि सिख समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. हिमाचल प्रदेश बेहद शांत इलाका है लेकिन पिछले कुछ दिनों से यहां पर लगातार समुदायों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई जा रही है। जिसके कारण हिमाचल प्रदेश के शुद्ध वातावरण में हिंदू मुस्लिम सिख का जहर घोला जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह सोशल मीडिया पर खालिस्तान लिखने वाले लोगों से जानना चाहते हैं कि आखिर खालिस्तान शब्द का क्या मतलब है और क्यों सिक्खों को इस शब्द के साथ जोड़कर उन्हें और उनकी भावनाओं को आहत किया जाता है।
पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में लगे चीमा किमा नही चलेगा जैसे नारे…
उन्होंने कहा कि पांवटा साहिब में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित प्रदेश अध्यक्ष द्वारा रैली का आयोजन किया गया । जिसमें एक बार फिर सिख समुदाय से ताल्लुक रखने वाले गुंजित सिंह चीमा के विरुद्ध नारेबाजी की गई, जिसमें चीमा-किमा नहीं चलेगा जैसे नारों का उपयोग किया गया। इसका भी हम पुरजोर विरोध करते हैं और कार्रवाई की मांग करते हैं। क्योंकि एसडीएम गुंजित चीमा सिख समुदाय संबंध रखते हैं और उनके सरनेम के साथ इस तरह के भद्दे शब्दों का इस्तेमाल करना बिल्कुल भी जायज नहीं है।
सिख समुदाय ने चेतावनी देते हुए कहा के अगले दो दिनों में अगर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और पांवटा साहिब की पुलिस उपद्रवियों पर कार्रवाई नहीं करती है तो सिख समुदाय सड़कों पर उतर कर उग्र प्रदर्शन के लिए मजबूर होगा। उन्होंने कहा जिन शरारती तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर एसडीएम और सिख समुदाय से ताल्लुक रखने वाले गुंजीत सिंह चीमा को खालिस्तानी बताने का दुस्साहस किया है उनके विरुद्ध मामला दर्ज किया जाए।
अगर अगले दो दिनों के भीतर शरारती तत्वों पर कार्रवाई नहीं होती है तो सिख समुदाय उग्र आक्रोश के साथ सड़कों पर उतरेगा और उनके ऊपर हो रही अत्याचारों का जवाब देगा।
बता दे की एसडीएम गुंजित चीमा ने हिंदू मुस्लिम दंगों को भड़काने वाले उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए थे । जिसके चलते दंगे भड़काने के बजाय पूरी तरह से समाप्त हो गए, लेकिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल के साथ उनकी हिंदू मुस्लिम के मुद्दे पर तीखी बहस हो गई थी जिसके बाद से भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे को सड़कों पर ले आई है। फिलहाल पांवटा साहिब में एक बार फिर से सिक्ख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है जिसको लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री और स्थानीय पुलिस प्रशासन को शिकायत सौंपी है और कार्रवाई की मांग रखी है।