गो सेवकों का किला एक बार फिर औपचारिकताओं के बाद सिमटा…
Ashoka Times…25 September
पांवटा साहिब में गौ संरक्षण को लेकर 16 दिन से धरने पर बैठे व दो दिन से आमरण अनशन पर बैठे गौ भक्त सचिन ओबरॉय को जूस पिलाकर एसडीएम पांवटा साहिब विवेक महाजन ने उनका अनशन समाप्त करवाया।
इस दौरान उनके साथ अन्य लोग जो कर्मिक अनशन पर बैठे उनका भी जूस पीला कर उनका अनशन खुलवाया गया। एसडीएम पांवटा ने बताया की उनकी सभी मांगो को प्रशासन द्वारा मान लिया गया है और कुछ मांगो पर पत्राचार शुरू कर दिया है।
बता दे कि सचिन प्रदेश ने बेसहारा गौ वंश को पुरे जिले में संरक्षण प्रदान किए जाने की मांग उठाई थी एसडीएम विवेक महाजन ने बताया कि बेसहारा गोवंश को सड़क पर छोड़ने के मामले में जिन पशुओं पर टैग लगे हुए हैं उनके मालिकों का नियमों के तहत नगर परिषद द्वारा चालान किया जाएगा व पंचायतो में भी गौ वंश को पकड़ कर काऊ सेंचुरी में भेजा जाएगा ।
उन्होंने कहा कि गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भी पर्याप्त कदम उठाए गए हैं। इस दौरान सचिन ओवरॉय ने बताया की प्रशासन द्वारा उनकी माँगो को माना गया जिसको लेकर व इस प्रदर्शन को खत्म कर रहे है।
इस दौरान उन्होंने लोगो से अपील करते हुए कहा की बेसहारा घूम रही गोवंश के बारे में प्रशासन को सुचना दे व उनके द्वारा तीन व चार अक्टूबर को चलाये गए अभियान में उनका साथ दे। उन्होंने बताया कि अब तक 100 से अधिक गोवंश को सड़कों से उठाकर वह सालों तक पहुंचाया गया है।
इस दौरान सचिन के साथ अजय संसरवाल, हेमंत शर्मा, अधिवक्ता शशीपाल, सुनील चौधरी व कई सामजिक संस्थाओ के सदस्य मौजूद रहे।
बता दें कि इससे पहले भी सचिन ओबरॉय गोवंश को लेकर धरना प्रदर्शन कर चुके हैं उस वक्त भी प्रशासन और राजनीतिक नेतृत्व द्वारा सभी मांगे मान ली गई थी लेकिन आज कई महीनों बाद भी उस पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है इस बार भी 16 दिन गोवंश को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया लेकिन आखिर में गोसेवकों का मजबूत किला प्रशासन ढहाने में कामयाब रहा और पिछली बार की तरह सभी मांगें मान लेने और भविष्य में उन पर काम करने को लेकर सहमति बन गई। देखने वाली बात यह है कि आने वाले समय में जब चुनाव सिर पर हैं ऐसे में क्या सड़क से गोवंश गौशाला पहुंचेगा यह है समय ही बताएगा।