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राष्ट्रीय पुस्तक न्यास संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रगति मैदान दिल्ली में 25 फरवरी से 5 मार्च 2023 तक आयोजित किए जा रहे विश्व पुस्तक मेले के अवसर पर हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी शिमला द्वारा साहित्य संगोष्ठी एवं काव्य पाठ का आयोजन प्रगति मैदान के हाल नंबर दो में लेखक मंच पर किया गया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि, मुख्यमंत्री के ओएसडी सेवानिवृत्त कर्नल कुलदीप सिंह बांशटू ने हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी के स्टॉल पर पहुंचकर पुस्तकों का अवलोकन किया और लोक साहित्य पर विस्तृत चर्चा करते हुए अकादमी के प्रयासों और साहित्य कला संवाद कार्यक्रम की प्रशंसा की तथा कला, संस्कृति, भाषा एवं साहित्य के क्षेत्र में कारगर योजनाएं संचालित करने का संकल्प जताया व हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी के स्टॉल पर पहुंचकर पुस्तकों का अवलोकन किया और लोक साहित्य पर विस्तृत चर्चा करते हुए अकादमी के प्रयासों और साहित्य कला संवाद कार्यक्रम की प्रशंसा की तथा कला, संस्कृति, भाषा एवं साहित्य के क्षेत्र में कारगर योजनाएं संचालित करने का संकल्प जताया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रख्यात कवि लीलाधर मंडलोई ने की, उन्होंने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि हिमाचल प्रदेश का साहित्य राष्ट्रीय स्तर पर लंबे अरसे से पढ़ा जा रहा है। हिमाचल के कथाकार, कवि वर्तमान साहित्य में चर्चित है और नई पीढ़ी भी बराबर लिख रही है यह सुखद है। हिमाचल प्रदेश में साहित्य की विभिन्न विधाओं में साहित्य रचा जा रहा है और यह परंपरा निरंतर बनी रहनी चाहिए।
कवि सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि मदन कश्यप ने अपनी कविता का पाठ किया और कहा कि कविता के माध्यम से कवि जन अपनी भावनाओं, विचारों और संवेदनाओं को व्यक्त करते रहे हैं और यह परिपाटी आज भी साहित्य में प्रमुखता से बनी हुई है।
लेखक अपनी काव्य रचनाओं के माध्यम से सामाजिक विसंगतियों की ओर भी ध्यान आकृष्ट कर रहे हैं। इस अवसर पर हिमाचल के प्रख्यात कथाकार एसआर हरनोट, उपन्यासकार राजकुमार राकेश और दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंदी की प्रोफेसर डॉ स्नेह लता नेगी भी उपस्थित रहे तथा उन्होंने अपनी कविताएं भी पढी।
अकादमी द्वारा पुस्तक लोकार्पण में दीप्ति सारस्वत की पुस्तक एक स्लेटी आसमान, रविता चौहान के काव्य संग्रह साची,सविता बंटा की पुस्तक पोह की एक रात, संदीप शर्मा की पुस्तक जिन्दगी की लहरें,पोमिला ठाकुर का बुजका, कल्पना गांगटा,विजय राज उपाध्याय की नई प्रकाशित पुस्तकों का मुख्यातिथि कर्नल कुलदीप सिंह बांशटू ,अध्यक्ष लीलाधर मांडलोई, मदन कश्यप, एसआर हरनोट राजकुमार राकेश,डॉ स्नेह लता नेगी, डॉ कर्म सिंह के कर कमलों द्वारा लेखक मंच पर लोकार्पण किया गया ।
प्रदीप सैनी की रचना उनकी आंखों में चमकते प्रेम ने उनका भेद खोल दिया ,वे प्रेमी थे चोर नहीं सुंदर रचना प्रस्तुत की,अनंत आलोक ने अपने दोहे हंसी ठिठोली खा गया नेट और ये फोन से सबका मन मोहा,
रविता चौहान लगती तुम प्रेमिका कलयुग की मीरा सी,आलोकित तुम करती जग को सूर्य की किरणों सी व मुक्तक नज़र इक देख के उनको निगाहें फेर लेते है मधुर आवाज में प्रस्तुत की ,
लेखक मंच पर हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों के प्रतिभागी कवियों में अजेय,विवेक भारद्वाज,अशोक, मदन हिमाचली, सतीश धर, दीप्ति सारस्वत, हितेंद्र शर्मा, सविता बंटा, उमा ठाकुर, दक्ष सुरेश शुक्ला, अनंत आलोक, रविता चौहान, शिवा पंचकरण, नैंसी शर्मा, अजय विचलित राहुल देव प्रेमी, प्रियंका भारद्वाज, कल्पना गांगटा, पौमिला ठाकुर, संदीप शर्मा, मामराज शर्मा, दीप राज विश्वास, प्रदीप सैनी, विवेक भारद्वाज ,विशांत सिंह चौहान आदि कवियों ने भी अपनी रचनाओं को प्रस्तुत किया तथा विद्यानिधि छाबड़ा ने अपनी कहानी के अंश का पाठ किया।
कार्यक्रम के संयोजक सहायक सचिव डॉ.कर्म सिंह ने अकादमी की तरफ से आयोजन में शामिल सभी साहित्यकारों का आभार व्यक्त किया व कहा कि अकादमी विगत कुछ वर्षों से विश्व पुस्तक मेला के अवसर पर लेखक मंच के माध्यम से अपने हिमाचल प्रदेश के रचनाकारों को अपनी रचनाओं की प्रस्तुति के लिए मंच प्रदान कर रही है। उन्होंने बताया कि हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी हिमाचल के साहित्कारों को मंच प्रदान करने का यथा संभव प्रयत्न करती है।
हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी शिमला द्वारा रविता चौहान की पुस्तक साची काव्य संग्रह का विमोचन भी किया गया।