ये रहे डॉ राजीव बिंदल को हराने में अहम भूमिका अदा करने वाले किरदार….
इस क्षेत्र से मिलती रही थी बिंदल को लीड…

Ashoka Times….9 December
हिमाचल प्रदेश के तेजतर्रार भाजपा के दिग्गज नेता डॉ राजीव बिंदल की हार में अहम भूमिका निभाने वाले कुछ ऐसे चेहरे रहे जो कभी उनके लिए दिन रात मेहनत किया करते थे लेकिन एक गलत डिसीजन ने उनके बीच मनमोटाव पैदा कर दिया और नतीजा सामने है।

जिला सिरमौर के दिग्गज नेताओं में शामिल डॉ राजीव बिंदल इस बार 1639 मतों से हार गए अजय सोलंकी को बार 35291 मत प्राप्त हुए जबकि डॉ राजीव बिंदल को 33652 वोट पड़े आपको बता दें कि वह 1639 वोटों से हार गए। डाक्टर राजीव बिंदल को सबसे बड़ा झटका दो मुस्लिम चेहरों की नाराजगी से लगा हैl बता दें कि इस बार मिश्रवाला में कुल पोलिंग 2110 रही है जिसमें से 1650 अजय सोलंकी को पड़ी है। जबकि इस क्षेत्र से पिछली बार डॉ राजीव बिंदल लगभग 1000 के करीब वोट मिले थे जबकि इस बार वोटिंग सिमट कर आधी से कम रह गई।
दरअसल इस क्षेत्र में डॉ राजीव बिंदल के लिए कई चेहरे काम करते थे जिनमें पूर्व बीडीसी मिस्रवाला फ्रीज खान और इस्लाम शामिल थे बता दें कि यह दोनों चेहरे कभी डॉ राजीव बिंदल के काफी नजदीक माने जाते थे और पार्टी के लिए दिन रात काम करते थे लेकिन माजरा में कुछ महीने पहले एक हिंदू मुस्लिम विवाद में फ्रीज खान राजनीतिक चक्रव्यूह का शिकार हुए और उन्हें सलाखों के पीछे डाल दिया गया इस दौरान डॉक्टर राजीव बिंदल के नजदीकी फ्रीज खान को कोई मदद उनसे नहीं मिली। जिसके बाद कभी भाजपा के कार्यकर्ता रहे फ्रीज खान और डाक्टर साहब के बीच दूरियां बढ़ गई। फ्रीज खान और उनके कई साथी डॉ राजीव बिंदल से नाराज होकर कांग्रेस में शामिल हो गए और उन्होंने पिछले कई महीनों से लगातार गाढ़ी मेहनत करते हुए अजय सोलंकी को जीत के नजदीक पहुंचाया। डॉ राजीव बिंदल की आखरी ईवीएम जिसमें वह 1639 वोटों से हार गए वह मिश्रवाला क्षेत्र की ही थी।
मिश्रवाला क्षेत्र से हमेशा ही डॉ राजीव बिंदल को तकरीबन 1000 से अधिक वोटों की लीड मिलती रही थी लेकिन इस बार वह लीड पूरी तरह से घट गई परिणाम स्वरूप अजय सोलंकी को यहां से अच्छी खासी लीड मिली। नतीजा 1639 वोट से हार।
इसके अलावा नाहन के अजय सोलंकी काफी मेहनती व्यक्ति हैं पिछले 10 वर्षों से लगातार वह विधानसभा दहलीज लगने के लिए काम कर रहे हैं इस बार उनके साथ एक सहानुभूति की लहर भी थी।