
Ashoka Times…17 august 2025

पांवटा साहिब के कोठारी ब्यास और बहराल में यमुना और बाता नदी के कारण किसानों की फसलें और जमीनों को भारी नुक्सान हो रहा है ।
कोटडी व्यास के पंचायत प्रधान व पूर्व सैनिक सुरेश कुमार ने बताया कि ग्राम पंचायत कोटडी व्यास विकासखंड पांवटा साहिब के अंतर्गत आने वाली बाता नदी की एक सहायक खड्ड है डोबर खड्ड उसके द्वारा किसानों को भारी नुकसान हो रहा है और हमेशा बरसात के दिनों में भूमि कटाव होता रहता है शासन व प्रशासन सभी से ग्रामीणों ने व पंचायत प्रधान के साथ मिलकर गुहार लगाई है। लेकिन कोई हल पिछले दो वर्षों से अभी तक नहीं निकला. उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर वह डीसी सिरमौर से भी मिल चुके हैं। लेकिन अभी तक कोई भी फायदा नहीं मिल पाया।

वहीं दूसरी और जसविंदर सिंह बिलिंग अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन (टिकेत)ब्लॉक पोंटा साहिब ने बताया कि गांव बहराल में खेर बेली का यमुना नदी के तेज बहाव के कारण भारी नुकसान हो रहा है हर वर्ष बेली का लगभग 40 से 50 फिट का हिस्सा यमुना नदी अपने साथ बहाकर ले जाती है और इस बार भी नदी के बहाव में खेर के पेड़ बह रहे हैं। उन्होंने कहा कि फॉरेस्ट विभाग और प्रशासन को इसकी कोई परवाह नहीं है । यमुना नदी में सातीवाला से लेकर बहराल तक यमुना नदी के किनारे डंगे लगने चाहिए जिससे यमुनानदी के किनारो को कटाव से बचाया जा सके। भारतीय किसान यूनियन (टिकेत)व बहराल सतीवाला के वासी प्रशासन से माँग करते हैं कि जल्द ही यमुनानदी के किनारो पे डंगे लगाए जाए ताकि इस भूमि कटाव को रोका जा सके।