Ashoka Times….29 May 2025
हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े नशा जोन पांवटा साहिब के वार्ड नंबर 9 और 10 में अधिकतर नशा माफिया सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं, जिसके कारण स्थानीय लोगों ने चैन की सांस ली है और पुलिस अधिकारियों से शांति को बनाए रखना का आग्रह किया है।
पांवटा साहिब हिमाचल प्रदेश का सीमावर्ती क्षेत्र है जहां उत्तराखंड, हरियाणा, यूपी की सीमाएं जुड़ती है जिसके कारण बॉर्डर पर स्थित वार्ड नंबर 9 और 10 अधिकतर नशा माफिया का सेफ जोन माना जाता रहा है। इस बार सरकार की नशे पर जीरो टॉलरेंस नीति को सिरे तक पहुंचाते हुए सिरमौर पुलिस ने बेहतरीन काम किया अधिकतर नशा माफिया सलाखों के पीछे हैं जिसके कारण आम जनमानस खुशी और शांति की सांस ले पा रहा है।
इस बारे में तरसेम सिंह, श्रवण, केदार, रामभज, असलम, शहज़ाद, बुंदू आदि स्थानिये निवासियों ने बताया कि वार्ड नंबर 9 और 10 में आधा दर्जन से अधिक स्मैक और दूसरे नशे बेचने वाले माफिया इस वक्त सलाखों के पीछे हैं जिसके कारण क्षेत्र में काफी शांति है नशा खरीदने वाले युवा जो गलियों में भागे फिरते थे उनकी तादाद कम हुई है। यह एक बड़ी कामयाबी है ।
उन्होंने पुलिस और सरकार से अनुरोध किया कि पुलिस अगर चाहे तो इस शांति को बनाए रख सकती है, विशेष तौर पर जितने भी नशा बेचने वाले तस्कर हैं उन सभी की प्रॉपर्टी की जांच की जानी चाहिए इनकम सोर्स का पता करना चाहिए और सबसे बड़ी बात सोशल वेरिफिकेशन भी की जानी चाहिए ताकि भविष्य में सलाखों के बाहर आने पर ये दोबारा से इस धंधे को ना कर पाएं।
वही आपको बता दे कि अभी भी पांवटा साहिब के वार्ड नंबर 9 और 10 के बड़े ड्रग्स माफिया अपना काम उत्तराखंड के कुंज ग्रांट क्षेत्र से चला रहे हैं। पांवटा साहिब के अधिकतर युवा वहां से स्मैक खरीद कर अपना काम किसी तरह चला रहे हैं।
वही इस बारे में जिला सिरमौर के नए एसपी निश्चिंत सिंह नेगी पहले ही सभी लोगों को विश्वास और आश्वासन दे चुके हैं कि नशा तस्करों और माफिया के साथ किसी तरह की कोई भी हमदर्दी नहीं बढ़ती जाएगी चाहे वह महिला हो या पुरुष सभी को सलाखों के पीछे धकेला जाएगा।