AfricaAmericaAsiaAustraliaHimachal PradeshLifestyleNatureOthersTechTrendingWorld

गिरी यमुना स्टोन क्रेशर की जन सुनवाई में हंगामा… लोगों ने किया जम कर विरोध…. 

प्रदूषण विभाग व प्रशासन पर गंभीर आरोप …

animal image

Ashoka Times…. 22 april 2025

पांवटा साहिब की नवादा पंचायत में गिरी यमुना स्टोन क्रशर को लेकर पर्यावरण जनसुनवाई रखी गई थी। इस दौरान ग्रामीणों ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अधिकारियों सहित विभागों को जमकर आड़े हाथों लिया ओर क्रेशर नहीं लगाने की रिपोर्ट दर्ज की गई।

पांवटा साहिब के नवादा में होने वाली जनसुनवाई में एडीसी एलआर वर्मा, एसडीएम पांवटा साहिब गुंजीत सिंह व आरटीओ सोना चौहान मौजूद रहे। बता दें कि पांवटा साहिब के नवादा क्षेत्र में गिरी यमुना स्टोन क्रशर लगाया जाना है जिसकी लीज़ को लेकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा पर्यावरण संरक्षण जनसुनवाई रखी थी। इस दौरान दर्जनों की तादाद में ग्रामीणों ने इस क्रेशर को लगाए जाने का विरोध किया जनसुनवाई के बाहर प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए गए इतना ही नहीं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और माइनिंग विभाग पर कई गंभीर आरोपों लगाए। इतना ही नहीं जनसुनवाई के दौरान ग्रामीण आपस में ही एक दूसरे पर आरोप लगाकर भिड़ गए।

animal image

वही बताया जा रहा है कि क्रेशर मालिक द्वारा अपने पक्ष में कई ग्रामीणों को उतारा गया। कईं ग्रामीण तो ऐसे थे जिनके ट्रैक्टर क्रेशर पर चलने हैं। इसी लालच में वह जनसुनवाई मे वो लोग पहूंचे।

न सुनवाई में विरोध दर्ज करते डॉक्टर रोहिताश व ग्रामीण 

जनसुनवाई के दौरान युवाओं ने अपने विचार और चिंताओं को जाहिर किया। इस दौरान डाक्टर रोहतास नांगिया, जसविंदर सिंह, बलदेव सिंह, प्रीत सिंह, जसवीर सहित दर्जनों लोगों ने कहां की इस क्षेत्र में अवैध तरीके से खनन किया जा रहा है। खनन के कारण इस क्षेत्र में लगातार जलस्तर नीचे गिर रहा है कुछ साल पहले ही जो बोरवेल लगाए गए थे जिसे अच्छा खासा पानी निकलता था वह पूरी तरह से सूख गए हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है नदियों का जलस्तर अवैध खनन के कारण लगातार नीचे जा रहा है। ग्रामीणों ने कहां की इस जनसुनवाई का फायदा तभी है जब लोगों की बात को प्रदेश और केंद्र सरकार तक पहुंचाया जाए। जनसुनवाई के दौरान लोगों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जितने भी क्रशर लगाए गए हैं सभी नियमों को दरकिनार कर अवैध तरीके से हालांकि कर रहे हैं चाहे प्रदूषण विभाग हो या माइनिंग विभाग या स्थानीय प्रशासन सभी मूकदर्शक बने हुए हैं कईं कईं शिकायतों के बावजूद भी क्रेशर मालिक पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती।

इस जनसुनवाई को करवा रहे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारीयों पर लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब क्रेशर ध्वनि और और वायु प्रदूषण करते हैं और अधिकारियों को फोन किया जाता है तो वह फोन नहीं उठाते शिकायत करते हैं तो कार्रवाई नहीं करते लोगों ने आरोप लगाए की नए प्रश्नों को बिल्कुल भी अनुमति न दी जाए और जो क्रेशर मौके पर चल रहे हैं पहले उन्हें नियमों मैं काम करने के लिए सख्त निर्देश दिए जाएं।

ग्रामीण बोले गिरी और यमुना नदियों से उठाया जा रहा अवैध रेत बजरी…

इस दौरान नवादा के एक ग्रामीण ने बताया कि उनकी कई बीघा जमीन यमुना नदी में है, अवैधखनन के कारण 10 से 15 फीट गहरे गड्ढे कर दिए गए हैं जिसके कारण आसपास की जमीन भी बंजर हो रही है जलस्तर नीचे जा रहा है और किसानों की फैसले सूखी पड़ी है।

इस दौरान स्थानीय माइनिंग अधिकारियों पर भी ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मौके पर चलकर आप बताइए की कौन सा क्रेशर नियमों का पालन कर रहा है। एनओसी के समय जो क्रेशर कहते हैं वह बिल्कुल भी धरातल पर नहीं किया जाता। ग्रामीण क्षेत्रों में भारी वाहनों कारण सड़के बुरी तरह से खराब पड़ी है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *