पांवटा साहिब….आवारा कुत्तों की बढ़ती तादाद…सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा…. WATCH VIDEO
नगर परिषद ने 10 सालों से नहीं लगाया स्टेरलाइजेशन कैंप….
Ashoka Times….17 September 2024
पांवटा साहिब में लगातार बढ़ रही आवारा कुत्तों की तादाद से आम आदमी भारी परेशानी झेल रहा है वही आवारा कुत्तों के काटने के मामलों के साथ सड़क दुघर्टनाओं में भी लगातार बढ़ौतरी हो रही है।
पांवटा साहिब की हर गली हर चौराहे में आवारा कुत्तों की भीड़ बढ़ती जा रही है जिसके कारण बुजुर्ग और बच्चों का घर से बाहर निकलना मुश्किल होता जा रहा है । सड़कों पर लगातार झुंड के झुंड आवारा कुत्ते आपको नजर आ जाएंगे बढ़ती तादाद के कारण अब आवारा कुत्तों के झुंड लोगों पर हमला भी करने लगे हैं पिछले कुछ महीनो में सिविल अस्पताल में कुत्तों के काटने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
नगर परिषद लगवाए स्टेरलाइजेशन कैंप….
नगर परिषद पांवटा साहिब द्वारा लगभग 10 सालों से आवारा कुत्तों को नियंत्रित करने के लिए स्टेरलाइजेशन कैंप आयोजित नहीं किए गए हैं जिसके कारण यह तादाद लगातार तेजी के साथ बढ़ रही है। अगर यह संख्या इसी तेजी से बढ़ती रही तो आने वाले समय में शहर के साथ-साथ गांव में भी इन आवारा कुत्तों का आतंक देखने को मिलेगा।
बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं की संख्या…
दूसरी और सड़कों पर घूमते आवारा कुत्तों के कारण सड़क दुर्घटनाओं में भी वृद्धि हो रही है पिछले एक महीने में कईं ऐसे मामले सामने आए हैं जब बाइक चालकों के सामने अचानक कुत्तों के आ जाने से वह दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं इसमें दर्द जो लोग गंभीर घायल हुए और कई लोगों ने तो अपनी जान भी गंवाई है। चंद रोज पहले भूपपुर में एक बाइक चालक के सामने अचानक आवारा कुत्ता आ गया जिसके कारण उस व्यक्ति की दर्दनाक मौत हो गई थी। ऐसे कितने ही दुखद मामले हैं जब आवारा कुत्तों के कारण सड़क दुर्घटनाओं में परिवार के इकलौते कमाने वाले युवाओं ने अपनी जान गंवाई है।
तकरीबन 10 वर्ष पहले लगे थे स्टेरलाइजेशन कैंप….
इस बारे में सोशल वर्कर और डॉग स्पेशलिस्ट डिंपल कौर ने जानकारी देते हुए बताया कि लगभग 10 वर्ष पहले एसडीएम और ईओ नगर परिषद एचएस राणा द्वारा स्टेरलाइजेशन कैंप आयोजित किए गए धर्मशाला से विशेष तिब्बती एसोसिएशन के डॉक्टरों द्वारा एक दिन में 20 से अधिक स्टेरलाइजेशन ऑपरेशन कुत्तों के किए थे । जिसके कारण शहर में पिछले कई वर्षों तक आवारा कुत्तों की संख्या नियंत्रित रही लेकिन अब यह संख्या लगातार तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद के पास आवारा कुत्तों को नियंत्रित करने के लिए विशेष बजट होता है अगर नगर परिषद अध्यक्ष और कार्यकारी अधिकारी चाहे तो कैंप आयोजित कर इस संख्या को तुरंत नियंत्रित करवा सकते हैं।
उधर इस बारे में जब एसडीएम गुजींत चीमा से बात की है तो उन्होंने बताया कि शहर में आवारा कुत्तों के कारण आम जनता को काफी परेशानी चाहिए पड़ रही है जिसकी शिकायत में सामने आ रही है उन्होंने कहा कि धर्मशाला के डॉक्टर के साथ इस बारे में बातचीत चल रही है और जल्दी कर आवारा कुत्तों की स्टेरलाइजेशन कैंप आयोजित कर इनकी तादाद पर विराम लगाया जाएगा।