आम आदमी पार्टी भी नजरें गढ़ाए…
Asokatime’s…7 October
राजधानी शिमला विधानसभा सीट को कब्जाने के लिए बीजेपी-कांग्रेस जोर-आजमाइश करती हुई नजर आ रही है।
वही, कांग्रेस बीजेपी के साथ-साथ इस बार आम आदमी पार्टी भी इस सीट पर नजरें गढाए हुए हैं।
शिमला शहरी सीट पर काफी समय तक बीजेपी का कब्जा रहा है। ऐसा कहा जाता है कि जो भी यहां से चुनाव जीतता है वह आने वाले समय में मंत्री पद तक जाता है। वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से सुरेश भारद्वाज को जीत हालिस हुई और अब सुरेश भारद्वाज हिमाचल की जयराम सरकार में शहरी विकास मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
शिमला शहर सीट पर काफी समय तक बीजेपी का कब्जा रहा है। वर्ष 1967 में शिमला शहर सीट पर जनसंघ के उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी। वर्ष 1998 में बीजेपी से नरेंद्र बरागटा इस क्षेत्र के विधायक बने थे।
वही, 2003 में कांग्रेस से हरभजन सिंह भज्जी और 2007 में सुरेश भारद्वाज ने जीत हासिल की और तब से लेकर अब तक इस सीट पर उन्हीं का कब्जा है। इससे पहले 1977 में जनता पार्टी से दौलत राम चौहान, 1982 में बीजेपी से दौलत राम चौहान, 1985 में कांग्रेस से हरभजन सिंह, 1990 में बीजेपी (BJP) से सुरेश कश्यप, 1993 में माकपा से राकेश सिंघा, 1998 में बीजेपी से नरेंद्र बरागटा, 2003 में कांग्रेस से हरभजन सिंह, 2007 में बीजेपी से सुरेश कश्यप, 2012 में फिर से बीजेपी के सुरेश कश्यप जीत दर्ज करवाने में सफल रहे। इसके बाद 2017 में भी यहां की जनता ने एक बार फिर बीजेपी के सुरेश कश्यप को ही जीत का सेहरा बांधा था।