Ashoka time’s…14 October 23
संगड़ाह। मिनी सचिवालय परिसर संगड़ाह में एसडीएम सुनील कायथ द्वारा रेणुका बांध विस्थापित संघर्ष समिति व बांध के महाप्रबंधक के बीच जारी टकराव को समाप्त करने के लिए समझौता बैठक आयोजित की गई।
बांध प्रबंधन के अधिकारियों व संघर्ष समिति के पदाधिकारियों की बैठक करीब 3 घंटे तक चली। दो दिन पहले गत 11 अक्टूबर को संघर्ष समिति द्वारा मांगे पूरी न होने पर पुलिस बल की मौजूदगी के बावजूद बांध प्रबंधन की टीम को दो गांव में पेड़ों की गिनती जैसे कामों को रोका गया था। महाप्रबंधक ने इस बारे ददाहु में अपने कार्यालय में बैठक रखी थी, लेकिन संघर्ष समिति की आपत्ति पर यह बैठक एसडीएम अध्यक्षता में करवाई गई। बैठक में रेणुका बांध जन संघर्ष समिति के अध्यक्ष योगेंद्र कपिल, संस्थापक सदस्य प्रताप सिंह तोमर, महासचिव संजय चौहान व कानूनी सलाहकार वरुण शर्मा द्वारा महाप्रबंधक के समक्ष मांगे पूरी न होने तक काम रोकने की बात दोहराई गई। एसडीएम ने बांध प्रबंधन व संघर्ष समिति से कहा कि, दोनों को एक दूसरे का सहयोग करना पड़ेगा यदि बांध निर्माण कार्य को आगे बढ़ाना है। उन्होंने एचपीसीएल के अधिकारियों से कहा कि, विस्थापितों की मांगों का वरीयता के साथ निपटारा किया जाना चाहिए। रेणुकाजी बांध प्रबंधक आरके चौधरी ने 16 अक्टूबर को अपने कार्यालय में होने वाली बैठक का हवाला देते हुए कहा कि, इसमें संघर्ष समिति के पदाधिकारी को भी बुलाया जाएगा। उसी दौरान विस्थापितों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा, जिसमें समिति द्वारा उठाए गए काश्तकारोंकारों के मामले को सुलझाया जाएगा। संघर्ष समिति ने बांध प्रबंधन द्वारा पेड़ों की गिनती करवाने की बात पर कहा कि, पहले उनकी मांगों को पूरा किया जाए उसके बाद ही कार्य को आगे बढ़ाया जाए। संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने एसडीएम का उनकी समस्याओं को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने के लिए उनका धन्यवाद किया।
मानसून आपदा में बेहतरीन काम करने पर मुख्यमंत्री ने किया SDM गुंजीत को सम्मानित
स्वरोजगार अर्जन में अहम भूमिका निभा सकता है यूको आरसेटी-सुमित खिमटा
सिरमौर जिला में जे.बी.टी के 86 पदों कोे बैचवाईज भरा जायेगा