पढ़िए पहाड़ की खूबसूरती और पहाड़ की समस्याएं…
Ashoka Times….26th January
Himachal Pradesh : कहते हैं कि पहाड़ की खूबसूरती भी पहाड़ होती है. पहाड़ की समस्या भी पहाड़ होती है और पहाड़ के लोगों का जज्बा भी पहाड़ होता है. पहाड़ में पहाड़ी की समस्या सिर्फ एक पहाड़ी ही जान सकता है या जिसने पहाड़ पर अपनी जिंदगी गुजारी है वह समझ सकता है कि यहां दिन 6:00 बजे छिप जाता है और सुबह 4:00 बजे जिंदगी छोटे-छोटे रास्तों पर दौड़ पड़ती है।
हिमाचल प्रदेश की स्थापना 1971 में हुई थी सबसे बड़ी बात यह है कि उस वक्त देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी हिमाचल प्रदेश पहुंची थी और रिज मैदान पर भारी भीड़ के बीच इस विशेष दिन को मनाया गया था।
इंदिरा गांधी ने नाटी डालकर मनाया था जश्न
हिमाचल प्रदेश 52 साल का सफर तय कर 53 साल में प्रवेश कर चुका है. 25 जनवरी 1971 को माइनस डिग्री तापमान में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी हिमाचल के निर्माता डॉ. यशवंत सिंह परमार के साथ मालरोड से खुली जीप में रोड शो करते हुए हिमाचल प्रदेश के लोगों का उत्साह बढ़ाया था और उन्हें हर संभव मदद का विश्वास भी दिलाया था उस वक्त प्रदेश भर में 300 के करीब शिक्षा संस्थान थे लेकिन आज यह हजारों की तादाद में पहुंच गए 70,000 से अधिक शिक्षक इस वक्त प्रदेश के बच्चों का भविष्य संवारने में लगे हैं जहां पहले छोटे छोटे रास्ते हुआ करते थे आज नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे, डिस्ट्रिक्ट हाईवे हजारों की तादाद में सड़कें इस प्रदेश को एकजुट कर रही ह