Ashoka Times…18 July 23 paonta Sahib
पांवटा साहिब की पंचायत कोटडी ब्यास के अंतर्गत आने वाले डोबर खड्ड के द्वारा प्रतिवर्ष 150 से अधिक परिवारों को प्रभावित करता है साथ ही 200 बीघा जमीन पर भी तबाही बरसाता है। बावजूद इसके न तो संबंधित अधिकारी जागते हैं और न ही राजनीतिक तौर पर कोई सुनवाई होती है।
पंचायत प्रधान सुरेश कुमार ने बताया कि अभी जुलाई मास में होने वाली बारिश के कारण डोबर खड्ड जो मौसमी नाला है और बाता नदी का एक सहायक खड्ड है जिसकी लंबाई लगभग ग्राम पंचायत कोटडी ब्यास के अंतर्गत 1800 मीटर है जिसमें कुमहागढ़ पर्वत श्रृंखला का लगभग 7 किलोमीटर एरिया का पानी एकत्रित होकर इस खड्ड में गिरता है जहां से यह कटाव कर अपने साथ किसानों की उपजाऊ भूमि को बहाकर ले जाता है व उफान होने के कारण कोटडी व्यास के गांव व्यास व कोटडी में बसे हुए लोगों को भी प्रभावित करती है।
इस मौसमी नाले के कारण लगभग 150 से अधिक परिवारों के घरों में पानी बढ़ने की स्थिति होती है लगभग 200 से ढाई सौ बीघा जमीन की फसलों को प्रभावित करती है । ग्राम पंचायत प्रधान सुरेश कुमार ने बताया कि 2022 में इसके तटीकरण के लिए उपायुक्त महोदय जिला सिरमोर को लिखित में पंचायत की ओर से ग्राम सभा प्रस्ताव के माध्यम से प्रार्थना की गई थी लेकिन अभी तक उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई संबंधित विभागों से जब इसके बारे में बातचीत की जाती है तो हमेशा धन का या आर्थिक स्थिति का हवाला देकर हमेशा भूल जाते हैं भूमि कटाव से लोगों का भारी नुकसान होता है अभी उपमंडल अधिकारी पौंटा साहिब को लिखित रूप में मानसून शुरू होने से पहले एक प्रार्थना पत्र भेजा गया था व अभी हुए नुकसान के संबंध में भी उप मंडल अधिकारी महोदय को सूचित किया था और पत्राचार के माध्यम से इसकी फिर से प्रार्थना पत्र भेजा है किसानों को आशा ही नहीं बल्कि विश्वास है कि उपमंडल अधिकारी गुंजीत सिंह चीमा इसका स्थाई समाधान करवा कर किसानों के होने वाले नुकसान को हमेशा हमेशा के लिए हल करेंगे।
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