10 मिनट में हाई ब्लड प्रेशर होगा छूमंतर… Body होगी रिलैक्स…
इस प्राणायाम से गुस्सा, तनाव और चिड़चिड़ाहट होगा गायब

Ashoka Times…12 April 23
आज हम आपको एक ऐसे प्राणायाम के बारे में बताएंगे जो सिर्फ 10 मिनट करने पर आपके ब्लड प्रेशर को कम करेगा और बॉडी को रिलैक्स...
आज जिंदगी इलेक्ट्रॉनिक टूल पर इतनी ज्यादा निर्भर हो गई है की डेली रूटीन में छोटे-छोटे काम करने की आदत अब चल बसी है पहले दिल की जो एक्सरसाइज अक्सर हो जाया करती थी वह पूरी तरह से खत्म हो गई है ऐसे में जरूरी हो जाता है कि अपने जीवन अपने परिवार के सुख के लिए 10 मिनट दीजिए बॉडी में बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को कम कीजिए और अपने बॉडी को रिलैक्सेशन मोड़ पर लेकर जाइये।

चंद्रभेदी प्राणायाम…
चंद्रभेदी प्राणायाम ब्लड प्रेशर मैनेज करता है ये प्राणायाम रोजाना शाम को 10 मिनट करें
इस प्राणायाम को रोजाना करने से आप हाई ब्लड प्रेशर के साथ गुस्सा, तनाव और चिड़चिड़ाहट को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं।
घर पर कैसे करें प्राणायाम…
pranayama ki vidhi…
आपकी खराब जीवनशैली कई समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकती है। इनमें हाई ब्लड प्रेशर भी शामिल है। हाई ब्लड प्रेशर में ब्लड प्रेशर 90/140 या इससे ज्यादा हो जाता है। ऐसे में शरीर की धमनियों में ब्लड का प्रेशर बहुत बढ़ जाता है। इस स्थिति के कारण दिल को पूरे शरीर में ब्लड पंप करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। लंबे समय तक ऐसा होने से दिल को खतरा हो सकता है।
लेकिन आप को डरने की आवश्यकता नहीं जीवन में 10 मिनट दीजिए और अपने ब्लड प्रेशर को मैनेज कीजिए
विशेषज्ञों की राय…
चंद्रभेदी प्राणायाम हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। ब्लड प्रेशर हाई होने पर कई बार चक्कर, घबराहट, बेचैनी और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे में चंद्रभेदी प्राणायाम राहत देता है। चंद्रभेदी बहुत ही आसान और असरदार प्राणायाम है, जिसकी मदद से कुछ ही मिनटों में बॉडी को रिलैक्स और शांत किया जा सकता है।
चंद्रभेदी प्राणायाम…
चंद्रभेदी संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है। इसमें ‘चंद्र’ शब्द का अर्थ चंद्रमा है और ‘भेदन’ का अर्थ छेदना या प्रवेश करना है। इस प्रकार, चंद्र भेदन को चंद्रभेदी के रूप में जाना जाता है।
चन्द्रभेदी प्राणायाम में बाईं नाक (Left nostril) का इस्तेमाल सांस अंदर लेने और दाईं नाक (right nostril) से सांस छोड़ने के लिए किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि सांस लेने से ऊर्जा इड़ा या चंद्र नाड़ी और सांस छोड़ने पर पिंगला या सूर्य नाड़ी के माध्यम से गुजरती है।
यह बहुत ही आसान और प्रभावी सांसों की तकनीक है। चंद्रमा शीतलता का प्रतीक है, इसलिए इस प्राणायाम को करने से शरीर में शीतलता का अनुभव होता है। यह शरीर को ठंडा रखने में मदद करती है। इसमें सांस बाईंं नाड़ी या नाक से ली जाती है और दाहिनी नाड़ी या दाहिनी नाक से छोड़ी जाती है।
चन्द्रभेदी प्राणायाम की विधि
immediate effect of chandra nadi pranayama
इसे करने के लिए पीठ को सीधा करके बैठ जाएं।
अब अंगूठे से नाक को दाईं (right nostril) ओर दबाकर बाईं (Left nostril) ओर से लंबी सांस भरें।
कुछ सेकंड तक इसे रोककर रखें।
नाक के दाएं ओर से सांस छोड़ें।
इस प्रक्रिया को कम से कम 10 बार दोहराएं।
चंद्रभेदी प्राणायाम के फायदे…
तनाव और मानसिक समस्याओं को कम करने में मदद करता है।
हाई ब्लड प्रेशर में बहुत मददगार होता है।
चंद्रभेदी प्राणायाम शरीर की गर्मी को कम करता है।
यह हार्ट-बर्न की समस्या में उपयोगी है।
इस प्राणायाम के नित्य अभ्यास से मूड अच्छा रहता है।
शरीर को ताजगी देता है और आलस्य को दूर करता है।
चंद्र भेदन प्राणायाम बुखार में उपयोगी होता है।
यह पित्त के प्रवाह को कम करता है।
कौन लोग बरतें सावधानी…
कहा जाता है कि चंद्रभेदी प्राणायाम की तासीर ठंडी होती है यह हमारे भीतर चंद्रमा जैसी शीतलता ऊर्जा भर देता है ऐसे ही मिर्गी के रोगी, लो ब्लड प्रेशर के मरीज इस प्राणायाम से थोड़ा बचे।सर्दियों में इस प्राणायाम का अभ्यास नहीं करना चाहिए।शुरुआत में सांस को रोककर न रखें।प्राणायाम खाली पेट करें।
चंद्र भेदन और सूर्य भेदन एक ही दिन न करें।
इसके अलावा, अगर आपको किसी भी तरह की सर्दी हो तो इसे नहीं करना चाहिए। इससे आपके शरीर में ठंडक बढ़ जाती है।
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