हिमाचल में तीन साल के भीतर यौन अपराध के 895 मामले दर्ज…. संजय कुंडू
Ashoka Times…11 अक्तूबर

हिमाचल प्रदेश में लगातार महिलाओं पर अपराध बढ़ रहा है। हिमाचल प्रदेश में तीन साल के भीतर यौन अपराध के खिलाफ 895 मामले दर्ज किए गए हैं।
डीजीपी हिमाचल प्रदेश द्वारा जानकारी दी गई है कि 52.4 फ़ीसदी दुष्कर्म के मामले परिचित लोगों द्वारा किए जाने के सामने आए हैं वही दोस्ती में दुष्कर्म साढ़े 24% के पास, शादी का झांसा देकर 16.9 फीसदी, वही 4.1 फीसदी दुष्कर्म अज्ञात व्यक्ति की ओर से किए गए।
पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने बताया कि पंचायती राज संस्थानों और शैक्षणिक संस्थानों में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।

जिस प्रदेश में इस तरह की मानसिकता लेकर अधिकारी चलते हो वहां आपराधिक मामले बढ़ने पर कोई पड़ी आश्चर्य की बात नहीं होगी।
हालांकि ऐसा कहा जाता है कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर काफी संवेदनशील सरकार रही है भले ही उच्च अधिकारियों ने उन संवेदनाओं को दरकिनार कर दिया हो।
महिलाओं की शिकायतों को लेकर 1091 हेल्प लाइन नंबर स्थापित किया गया है। लाहौल-स्पीति, किन्नौर और पुलिस जिला नुरपूर को छोड़कर हिमाचल के सभी पुलिस जिलों में 11 महिला पुलिस स्टेशन सक्रिय किए गए हैं।
महिलाओं के खिलाफ अपराध को रोकने के लिए वीरागंना ऑन व्हील नामक योजना भी शुरू की गई है। नागरिक समूह और गैर सरकारी संगठनों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
आपको बता दें कि विवाह का झांसा देकर दुष्कर्म करने वाले 2020 में 324, 2021 में 227 और 2022 में 234 मामले सामने आए हैं।
वही संजय कुंडू अपने एक बयान के कारण काफी चर्चा में भी रहे थे जिन्होंने पांवटा साहिब मीडिया के सामने महिलाओं को लेकर असंवेदनशील टिप्पणी की थी उन्होंने पत्रकार द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा था कि शराब के ठेके के बाहर अगर महिलाओं के साथ छेड़छाड़ होती है तो वह आबकारी विभाग के पास जाएं।
इस तरह के अपराधों पर अंकुश लगाना बेहद जरूरी है वही पुलिस द्वारा या प्रशासन द्वारा महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों को लेकर जिस तरह की जागरुकता और अभियान चलाए जाने चाहिए वह दूर दूर तक कहीं नजर नहीं आते।