सिर्फ 2027 चुनाव में राजनीतिक लाभ के लिए….सुनील
Ashoka Times…16 July 2025
उधोग मंत्री ठाकुर हर्षवर्धन चौहान के मीडिया कोडीनेटर सुनील चौहान ने अपने बयान में कहा है कि बीजेपी हाटी समुदाय के मुद्दे को सिर्फ राजनीतिक लाभ लेना चाहती है कभी भी उनकी मंशा शिलाई के विकास की नहीं रही है।
सुनील चौहान ने कहा कि शिमला में बैठकर कुछ ऐसे तथाकथित पत्रकार हैं जिन्होंने अपने क्षेत्र के लिए कभी अखबारों में आवाज नहीं उठाई वह भी भाजपा की दलाली करते हुए माननीय मंत्री हर्षवर्धन चौहान पर कटाक्ष कर रहे हैं। कथित पत्रकार आएं दिन उधोग मंत्री के बारे में अनाप शनाप बयान बाजी करते है, मंत्री महोदय के प्रयासों से ढाई साल में 260 करोड़ के काम चल रहे हैं जिसे ये पचा नही पा रहे है। बता दें कि पार्टी समुदाय को अनुसूचित जनजाति दर्जा दिलाने के लिए ये पौधा जिन्होंने अपने हाथ से लगाया था आज भाजपा अपने मन से उनका नाम भी लेना नहीं चाहती ।
सुनील चौहान का कहना है कि हाटी समुदाय के मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने शुरू से ही राजनीति की है इस मुद्दे को इतना ज्यादा उछाला गया कि यहां रहने वाले कुछ दलित लोग भय से कोर्ट में जा पहुंचे । भाजपा के उस वक्त के नेता अगर चाहते तो सभी को अपने साथ लेकर चलते तो आज हाटी समुदाय अनुसूचित जनजाति में शामिल होता। उन्होंने कहा कि फिलहाल यह पूरा मामला न्यायालय में है और हमें न्यायालय के निर्णय का इंतजार करना चाहिए । लेकिन कुछ लोग जनता को भड़काने का काम कर रहे हैं और अनाप-शनाप बयान बाजी के कारण कई बार लोग न्यायालय पर भी सवाल खड़ा करने लगे हैं, कभी कभी तो न्यायालय पर ही टिप्पणी करते हैं, जो तर्कसंगत नही है । ये लोग शुरू से ही चाहते रहे हैं कि हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा न मिले ताकि इस मुद्दे पर ये फिर 2027 में चुनाव में जमकर राजनीति कर पाए। क्योंकि इस के अलावा इनके पास और कोई मुद्दा ही नहीं नही है।
रही बात है सोशल मीडिया की तो सोशल मीडिया पर इनको अगर वापस जावब दे तो भड़क जाते है जब बोलने में माहिर है सुनने की भी शक्ति रखो, सुनील चौहान का कहना ये मंत्री महोदय को अनाप शनाप बोले तो कोई बात नही और हम इनको मुँह तोड़ जवाब दे आग बबूला होकर पुलिस की धमकी देते है। उन्होंने कहा हम ऐसी झूठी धमकी से डरने वाले नही है ।
सुनील चौहान ने कहा कि मंत्री जी को कोसने या पत्रकारवार्ता करने से अच्छा है न्यायालय में अच्छे से पक्ष रखो ताकि हाटियों को हक मिल सके । आज जो ये हाटी के वफादार बने हुए हैं यही लोग जब सरकार में नौकरी करते थे तो हाटी का विरोध करते रहे ,और जो असली हाटी के योद्धा है जिन्होंने इस लड़ाई को लड़ा उनका तो ये लोग मंच से नाम लेना भी पसंद नही करते, कभी भी उन्होंने मंच से उन प्रोफेसरों का नाम नही लिया जिन्होंने इसकी शुरुवात की नींव रखी, लड़ाई लड़ी और मंजिल तक पहुंचाया, उन्होंने कहा कि हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति दर्जा दिलाने में सबका योगदान है उधोग मंत्री महोदय का भी योगदान है इन्होंने भी 1993 से इस लड़ाई को लड़ा स्वर्गीय पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह से मिलकर केंद्र को कई बार रिपोर्ट भिजवाई सदन में आवाज कई बार उठाई, परन्तु बीजेपी की हाटी समिति तो अपना ही योगदान मानती है, सुनील चौहान का कहना है बीजेपी के कार्यकर्ता बीजेपी हाटी समिति और इनके पत्रकार उधोग मंत्री जी को सोशल मीडिया पर ऐसी भाषा मे बोलते है जो पढ़ी भी नही जाती, फिर भी उधोग मंत्री ने कभी भी कुछ नही बोला परन्तु कांग्रेस पार्टी और हम सब चुप नही रहेंगे इनको इनकी भाषा में ही जवाब देंगे और माफी इनको मांगनी चाहिए ।