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Wednesday, July 30, 2025

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सिरमौर न्यूज़ के कथित एडिटर राजेश कुमार की अय्याशी, रेप, अश्लील वीडियो बनाने के काले कारनामे…?

Ashoka Times….29 July 2025 (शोभा)

कथित तौर पर खुद को सिरमौर न्यूज़ का एडिटर बताने वाले राजेश कुमार के ऊपर रेप, महिलाओं व किन्नरों की अश्लील वीडियो बनाकर सैक्स डिमांड के अलावा चाकू बाजी, मारपीट सहित आधा दर्जन मामले दर्ज हैं। इस अय्याश पत्रकार की कूकर्मो से भरी कुंडली आज आपके सामने रखेंगे।

वर्ष 2004….

प्रोफेसर संतोष कुमार और उनकी पत्नी दरअसल निस्संतान थे। वर्ष 2004 में प्रोफेसर संतोष कुमार राजेश कुमार को यह सोचकर पांवटा साहिब अपने घर पर ले आए कि बुढ़ापे में यह उनकी मदद करेगा। राजेश अच्छा रसोईया था उन्होंने सोचा दो वक्त की चैन की रोटी नसीब होगी। लेकिन कुछ समय बाद ही राजेश कुमार ने अपने रंग दिखाने शुरू कर दिए प्रोफेसर के सामने ही महिलाओं और लड़कियों को बुलाना शुरू कर दिया। जिसके कारण अक्सर उनके बीच झगड़े होने लगे। धीरे-धीरे राजेश कुमार प्रोफेसर पर दबाव बनाने लगा कि दो मंजिला मकान में ऊपरी हिस्सा उसके नाम कर दे लेकिन इसके रंग ढंग देख कर प्रोफेसर ने उसकी नहीं सुनी आखिरी समय में प्रोफेसर संतोष कुमार कैंसर का शिकार हो गए। इस बिमारी में उन्हें उनकी पत्नी और घर पर रखे गए चोकीदार ने उनकी सेवा की, कहा जाता है आख़िरी समय में प्रोफेसर संतोष कुमार और उनकी पत्नी दोनों ने देहरादून अस्पताल में अपने भांजे के हाथों में दम तोड़ा। वहीं पीछे से राजेश कुमार ने प्रोफेसर संतोष कुमार के मकान पर कब्जा कर लिया। क्योंकि मरने से पहले प्रोफेसर संतोष कुमार और उनकी पत्नी की सेवा उनके भांजे ने की, जिसके चलते पांवटा साहिब का मकान उनके नाम कर गए। यहां प्रोफेसर संतोष कुमार के मालिकाना हक को लेकर राजेश ने कोर्ट केस दर्ज कर दिया। मकान के अवैध कब्जे को छोड़ने के लिए राजेश कुमार ने दस लाख रुपए लिए।

वर्ष 9-10 में राजेश कुमार का पहला कारनामा थाने पहुंचा । पांवटा शहर के जाने-माने परिवार की बेटी को प्यार के जाल में फंसाकर एक अश्लील वीडियो बनाया, और उसे ब्लैकमेल किया इतना ही नहीं जब उसकी शादी होने वाली थी तो वो अश्लील विडियो उसके होने वाले पति को भेज दिया । मां बाप उस विडियो को लेकर पुलिस स्टेशन पहुंचे। जब इसे थाने बुलाया गया तो इसने 10-12 पत्रकारों को इकट्ठा कर लिया उस वक्त भी कुछ पत्रकार थाने नहीं गए उनमें से एक अशोक टाइम्स के पत्रकार भी थे। खैर पत्रकारों ने अश्लील वीडियो को लेकर लड़की के परिवार पर दबाव बनाया की कल को खबरें लगेंगी आपकी बेटी की जिंदगी खराब हो जाएगी मुकदमा दर्ज मत किजिए दबाव में आकर उस पीड़ित परिवार ने अपनी ही बेटी के अश्लील वीडियो को सबके सामने डिलीट कर दिया और अपने घर लौट आए।

दूसरा मुकदमा दर्ज हुआ रेप और अश्लील वीडियो बनाने का….

खुद को व्हाइट काॅलर पत्रकार बताने वाले राजेश कुमार पर वर्ष 2016-17 में एक महिला द्वारा बलात्कार और अश्लील वीडियो बनाने के मुकदमे दर्ज करवाए गए। प्रोफेसर संतोष कुमार की मृत्यु के बाद उनके मकान में ऊपर की मंजिल में राजेश ने कब्जा कर लिया और नीचे की मंजिल में एक महिला अपने परिवार के साथ किराए पर रह रही थी। एक दिन किराएदार महिला को अकेला पाकर उसके कमरे की खिड़की से राजेश कुमार ने अश्लील वीडियो बनाए, और उसके बाद उसके साथ ग़लत काम किया। जिसके बाद किराएदार महिला ने रेप और अश्लील वीडियो वायरल के दो मुकदमे दर्ज करवाए। दोनों मुकदमों में कथित पत्रकार राजेश कुमार जमानत पर रिहा है । केस कोर्ट में चल रहा है।

राजेश कुमार जो की सिरमौर न्यूज़ का एडिटर को उसके काले कारनामे और महिलाओं के प्रति गंदी मानसिकता के चलते ईटीवी भारत से निकाल दिया गया। उसके बाद इसने प्रोफेसर संतोष कुमार द्वारा रजिस्टर्ड सिरमौर “न्यूज़” को अपना बताकर चलाना शुरू कर दिया। 

क्रिमिनल सोच रग-रग में है बसी…

वर्ष 2023 फरवरी माह में अपने ही साथी अशोका टाइम्स के पत्रकार पर मारपीट करने चाकू दिखा कर 6400 रूपए छीनने जैसे घटिया आरोप लगा कर झूठा मुकदमा दर्ज करवाया, लेकिन पुलिस मौके की गवाहों बताया कि ना तो कोई झगड़ा हुआ था और ना ही राजेश कुमार के पैसे किसी ने छीने हैं। तीन मौके के गवाह भी सामने आए जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में कैंसिलेशन रिपोर्ट बनाकर कोर्ट में पेश की है जल्द ही झूठी शिकायत, झूठे सबूत पेश करने एक्ट के तहत राजेश कुमार पर fir दर्ज होने वाली है।

police द्वारा झूठे मामले में बनाई गई सीआर रिपोर्ट…

चाकू बाजी भी करता है सिरमौर न्यूज़ का कथित पत्रकार राजेश…

सिरमौर न्यूज़ के कथित एडिटर बताने वाले इस क्रिमिनल माइंड के व्यक्ति ने जब देखा कि उपरोक्त मामले में जब पुलिस ने कैंसिलेशन रिपोर्ट बना दी है तो ये पूरी तरह से बोखला गया, 29 जून 2023 को राजेश कुमार ने चाकू से अशोक टाइम्स के पत्रकार पर हमला किया। हमले में घायल पत्रकार का सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में इलाज चला इस मामले में पुलिस ने राजेश कुमार पर चाकू मार कर घायल करने और मारपीट की धाराएं लगाकर मामला दर्ज किया। पुलिस अरेस्ट करने गई तो यह फरार हो गया और जमानत करवा ली।

कुल मिलाकर सिरमौर न्यूज़ के कथित एडिटर कहने वाले राजेश कुमार पर रेप अश्लील वीडियो बनाने चाकू बाजी मारपीट सहित आधा दर्जन के करीब आपराधिक मामले दर्ज है। कुछ ऐसे भी मामले हैं जो दर्ज ही नहीं हो पाए।

अशोका टाइम्स के पत्रकार पर कैसे और कितने मामले हैं दर्ज…यह भी जान लीजिए

अशोक टाइम्स के पत्रकार पर 18 साल की पत्रकारिता के करियर में सबसे पहला मुकदमा 2022 में दर्ज हुआ। माजरा थाने में दो बार हिंदू मुस्लिम विवाद के बाद तनाव अभी खत्म ही हुआ था कि सामने आया माजरा थाने में स्थाई sho नहीं है और फोर्स भी आधी है। ऐसे में अशोका टाइम्स में एक खबर प्रकाशित की थी जिसका टाइटल था “बिना स्थाई SHO. चल रहा हिमाचल का सबसे संवेदनशील थाना माजरा” डीजीपी से जब यह सवाल किया गया फोर्स फोर्स बढ़ाने के बजाय नतिजा fir हो गई।

2 मामले सिरमौर न्यूज़ के एडिटर राजेश कुमार ने झूठे दर्ज करवाए थे जिनमें पुलिस जांच के बाद सीआर (कैंसिलेशन रिपोर्ट) बनाई जा चुकी है और कोर्ट में भेजी जा चुकी है।

वर्ष 2023 में चौथा मामला दर्ज हुआ। चाइल्ड हेल्पलाइन नाहन द्वारा प्रेस नोट के साथ एक तस्वीर पत्रकारों को भेजी गई। अशोका टाइम्स पर आरोप लगे थे कि नाबालिक के केस में वह तस्वीर प्रकाशित की गई थी जबकि अशोका टाइम्स ने सिर्फ समाचार प्रकाशित किया था। कोई तस्वीर प्रकाशित ही नहीं की गई थी। हालांकि अन्य कई समाचारों द्वारा वह तस्वीर प्रकाशित की गई थी यह मामला भी नाहन सेशन कोर्ट में अपने आखिरी पड़ाव पर है उम्मीद है जल्द इसका फैसला अशोका टाइम्स के फेवर में आएगा।

पांचवा मामला वर्ष 2024 नवम्बर में दर्ज हुआ था। यह मामला डरा धमकाकर दलाल नेता अवनीत सिंह लांबा और तिरुपति कंपनी डायरेक्टर अशोक गोयल से 10 लाख रुपए मांगने का था। इस झूठे मामले के दर्ज होने में सबसे बड़ा योगदान एसपी सिरमौर रमन मीणा का था वर्ष 2023 की शुरुआती महीने में उन्होंने अपने साले को एक क्रेशर के साथ पार्टनरशिप करवा दी और वहां के ग्रामीणों की जमीनों पर अवैध खनन शुरू करवाया। ग्रामीणों ने इस बात का विरोध किया और ग्रामीणों के इस विरोध को हमने प्रकाशित किया जिससे एसपी सिरमौर बुरी तरह से बोखला गए। अक्टूबर माह में मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी की 5 करोड रुपए की जमीन जिस पर मुस्लिम बच्चों के लिए स्कूल बनाया जाना था। उस जमीन को तिरुपति कंपनी के डायरेक्टर अशोक गोयल ने खरीदा और उद्योगपतियों के दलाल कहे जाने वाले अवनीत लांबा के नाम कर दिया कुछ मुस्लिम परिवारों ने इस पूरे मामले की जानकारी और दस्तावेज अशोका टाइम्स से सांझा किए हमने अक्टूबर माह में तहसीलदार को इस पूरे मामले की जानकारी दी और दो खबरें प्रकाशित की जिसके कारण बोखलाए अवनीत सिंह लांबा, अशोक गोयल, एसपी सिरमौर के पास गए और वहां से उन्होंने हम पर मामला दर्ज करने के लिए एक चक्रव्यूह रचा हमें बहुत मोटी रकम का लालच दिया गया पुलिस जांच में साफ हुआ है कि अशोका टाइम्स या उसके पत्रकार अशोक कुमार के खाते में एक रूपया भी नहीं आया है। बावजूद इसके एसपी सिरमौर ने झूठी धाराएं लगाकर गिरफ्तार किया । फिलहाल मामला कोर्ट में है जहां पर दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

जुलाई 2025 में महिला पत्रकार द्वारा एक व्यक्ति पर झूठा छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज करवाया गया। पुलिस के दस्तावेजों के आधार पर और लिंग भेद किए बिना उसका समाचार अशोका टाइम्स में प्रकाशित किया गया । महिला पत्रकार द्वारा सोशल मीडिया पर झूठे प्रचार-प्रसार पर इकट्ठा हुए लोगों के दबाव में आकर पुलिस ने अपनी जान बचाने के लिए एक और झूठा मुकदमा दर्ज किया गया लेकिन इस मामले में एक मुकदमा sc/st का हमारी ओर से भी दर्ज किया गया। वहीं एससी/एसटी के मुकदमा दर्ज होने के बाद से लगातार अशोक टाइम्स के पत्रकार को इस मुकदमे को वापस लेने के लिए धमकियां मिल रही है और दबाव भी बनाया जा रहा है । 25 जुलाई को बद्रीपुर के एक संपत्ति द्वारा एससी एसटी का मुकदमा वापस लेने की धमकी दी गई और जब अशोक टाइम्स के पत्रकार द्वारा मना कर दिया तो थाने जाकर झूठा मुकदमा दर्ज करवा दिया गया। वही एसपी सिरमौर को जब इस मामले की जानकारी दी गई तो अशोक टाइम्स की ओर से भी एक मुकदमा उस दंपति पर दर्ज किया गया है। लेकिन कथित सिरमौर न्यूज़ के एडिटर राजेश कुमार ने केवल एक पक्ष दिखाकर अपनी बोखलाहट और अपनी क्रिमिनल सोच का उदाहरण दिया।

दरअसल अशोका टाइम्स के पत्रकार अशोक कुमार द्वारा पिछले 15 वर्षों में क्राइम, हेल्थ और शिक्षा के क्षेत्र में होने वाले भ्रष्टाचार और घोटालों पर समाचार प्रकाशित करते रहे हैं जिसके कारण एक दर्जन से अधिक लोगों को हवालात के पीछे भी जाना पड़ा है। ऐसे में समाचारों से बोखलाए लोगों द्वारा झूठे मुकदमे दर्ज करवाए गए हैं। वही कथित सिरमौर न्यूज़ के एडिटर राजेश कुमार द्वारा भी कभी यह नहीं बताया गया कि उन्होंने भी अशोका टाइम्स के पत्रकार अशोक कुमार पर जान लेवा हमला किया था, उन्होंने कभी नहीं बताया कि क्रिमिनल माइंड राजेश कुमार ने उन पर 2 झूठे मुकदमे दर्ज किए थे जिसमें पुलिस ने cancellation report बनाई है. सिरमौर न्यूज़ का कथित एडिटर राजेश कुमार जो की खुद रेप, महिलाओं की अश्लील वीडियो बनाने, चाकू बाजी करने, मारपीट करने, पुलिस को झूठे बयान देने, झूठे मुकदमे दर्ज करने जैसे अपराधिक कृतियों में संलिप्त है । वह समाज और पत्रकारिता के लिए निष्पक्ष कैसे हो सकता है। वह हमेशा अपनी पर्सनल रंजिश और बोखलाहट के कारण अशोका टाइम्स के पत्रकार को सोशल मीडिया पर बदनाम करने की नाकाम कोशिश करता रहता है। आखिर में कहावत है “हाथी चले बाजार, कुत्ते भोंकें हजार”……

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