सर्दियों में दिल का ख्याल: हार्ट अटैक से बचने के लिए जरूरी एहतियात
सर्दियों में दिल का ख्याल: हार्ट अटैक से बचने के लिए जरूरी एहतियात

Ashoka Times….16 October 2024
सर्दियों का मौसम जहां अपनी ठंडी हवाओं और खूबसूरत नजारों के लिए जाना जाता है, वहीं यह दिल के मरीजों के लिए गंभीर खतरे भी लेकर आता है। इस मौसम में हार्ट अटैक (दिल का दौरा) के मामलों में अचानक वृद्धि देखने को मिलती है। ठंड के कारण दिल पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा अधिक हो जाता है। ऐसे में दिल के मरीजों को विशेष एहतियात बरतने की जरूरत होती है।
सर्दियों में हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों का मुख्य कारण शरीर में रक्त वाहिकाओं का संकुचित होना और ठंड के कारण ब्लड प्रेशर का बढ़ना है। इससे दिल को अधिक मेहनत करनी पड़ती है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में हार्ट पेशेंट्स को कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए ताकि वे सर्दियों में दिल की समस्याओं से बच सकें। आइए जानते हैं, सर्दियों में दिल के मरीजों के लिए क्या-क्या एहतियात जरूरी हैं:

1. ठंड से बचाव करें
सर्दियों में हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण ठंड itself है। ठंडे मौसम में शरीर की रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। इसलिए दिल के मरीजों को ठंड से बचाव करना सबसे जरूरी है। इसके लिए:
– बाहर निकलते समय हमेशा गर्म कपड़े पहनें।
– सिर, कान, हाथ और पैरों को अच्छे से ढककर रखें।
– घर से बाहर जाते समय एक अच्छा ऊनी स्कार्फ या मफलर पहनें ताकि ठंडी हवा आपके शरीर पर सीधा असर न कर सके।
– सुबह-सुबह और रात के समय ठंड में बाहर जाने से बचें।
2. नियमित व्यायाम करें
शारीरिक गतिविधि दिल के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है, लेकिन सर्दियों में व्यायाम करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। अत्यधिक ठंड में बाहर व्यायाम करने से बचें और घर के अंदर हल्के व्यायाम या योग करें। अगर बाहर व्यायाम करना जरूरी हो, तो धूप में जाने की कोशिश करें, ताकि ठंड का असर कम हो।
– मॉर्निंग वॉक की जगह धूप में वॉक करने का प्रयास करें।
– दिल के मरीज ज्यादा भारी व्यायाम न करें, हल्के-फुल्के स्ट्रेचिंग या हल्की गतिविधियां जैसे योग और ब्रिस्क वॉक बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
3. ब्लड प्रेशर और शुगर पर नजर रखें
सर्दियों में ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल का उतार-चढ़ाव सामान्य बात है। ठंड के मौसम में हाई ब्लड प्रेशर से हार्ट अटैक का खतरा अधिक बढ़ जाता है। इसलिए:
– नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की जांच करते रहें।
– अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो शुगर लेवल पर भी निगरानी रखें।
– डॉक्टर द्वारा दिए गए दवाइयों को समय पर लें और किसी भी बदलाव के बारे में तुरंत डॉक्टर को सूचित करें।
4. स्वस्थ आहार लें
सर्दियों में ज्यादा तला-भुना और वसायुक्त भोजन खाने से बचें। अधिक वसा युक्त खाना आपके कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकता है, जिससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। दिल के मरीजों के लिए सर्दियों में सही और संतुलित आहार लेना बेहद महत्वपूर्ण है।
– फाइबर युक्त आहार, जैसे सब्जियां, फल, साबुत अनाज और दालें खाएं।
– ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे मछली, अखरोट आदि को अपने आहार में शामिल करें।
– जंक फूड और सैचुरेटेड फैट्स से दूर रहें।
5. धूम्रपान और शराब से बचें
सर्दियों में धूम्रपान और शराब का सेवन दिल के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। धूम्रपान से रक्त वाहिकाएं सिकुड़ती हैं, जिससे दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इसी तरह, शराब का अत्यधिक सेवन भी दिल की धड़कनों में अनियमितता पैदा कर सकता है और यह दिल की बीमारियों को बढ़ावा देता है।
6. तनाव और चिंता से दूर रहें
सर्दियों में ज्यादातर लोग घर के अंदर रहते हैं, जिससे तनाव और चिंता का स्तर बढ़ सकता है। तनाव भी दिल के लिए नुकसानदायक होता है। इसलिए, दिल के मरीजों को तनाव और चिंता से बचने के लिए ध्यान, योग, और मेडिटेशन जैसी गतिविधियों को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।
7. नियमित जांच कराएं
अगर आप पहले से ही दिल के मरीज हैं, तो सर्दियों के मौसम में नियमित रूप से डॉक्टर से जांच करवाना जरूरी है। अपने दिल की धड़कनों, ब्लड प्रेशर, और कोलेस्ट्रॉल का समय-समय पर परीक्षण करवाएं। अगर आपको कोई असामान्य लक्षण महसूस हो, जैसे सीने में दर्द, सांस लेने में कठिनाई या अत्यधिक थकान, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
8. नियमित दवाइयों का सेवन करें
अगर आपके डॉक्टर ने दिल से जुड़ी कोई दवाई दी है, तो उसे समय पर और नियमित रूप से लें। सर्दियों में ठंड के कारण ब्लड प्रेशर और दिल से जुड़ी अन्य समस्याएं बढ़ सकती हैं, इसलिए दवाइयों को नजरअंदाज न करें।
9. सर्दियों में अधिक पानी पिएं
ठंड के कारण लोग कम पानी पीते हैं, लेकिन यह हानिकारक हो सकता है। डिहाइड्रेशन से खून गाढ़ा हो जाता है, जिससे दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इसलिए सर्दियों में भी पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और खुद को हाइड्रेट रखें।
10. मौसमी बीमारियों से बचाव
सर्दियों में फ्लू और सर्दी-जुकाम जैसी मौसमी बीमारियों का भी असर दिल पर पड़ता है। दिल के मरीजों के लिए यह बीमारियां घातक हो सकती हैं। इसलिए समय पर फ्लू और अन्य वैक्सीन लगवाएं, ताकि आप इन बीमारियों से बच सकें।
निष्कर्ष
सर्दियों का मौसम दिल के मरीजों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन थोड़ी सी सावधानी और एहतियात से इस खतरे को कम किया जा सकता है। ठंड से बचाव, सही आहार, नियमित व्यायाम, और दवाइयों का सही समय पर सेवन करके आप सर्दियों में दिल की बीमारियों से बचे रह सकते हैं।
याद रखें, सर्दियों में दिल का खास ध्यान रखना जरूरी है। अपनी सेहत का ध्यान रखें और किसी भी असामान्य लक्षण को नजरअंदाज न करें। यदि आपको कोई समस्या महसूस होती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।