प्रकृति से जुड़े बच्चे संस्कृति और अपने देश को हमेशा आगे बढ़ाते हैं…
Ashoka Times…26 January
26 जनवरी बसंत का महापर्व सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल के प्रांगण में धूमधाम से मनाया गया इस मौके पर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।
इस मौके पर जगन्नाथ सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष हरविंदर कुमार और विशेष अतिथि के रूप में नीरज अजमानी सचिव जगन्नाथ सेवा ट्रस्ट उपस्थित रहे इस मौके पर मुख्य अतिथि ने कहा कि हर और बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जा रहा है. ये दिन ज्ञान और विद्या की देवी सरस्वती कि समर्पित हैं. मान्यता है कि इस दिन सरस्वती चालीसा का विधि पूर्वक पाठ करने से मां शारदा बेहद प्रसन्न होती है और साधक की लक्ष्य प्राप्ति की राह आसान हो जाती है.
इस मौके पर प्रधानाचार्य कुलदीप सिंह ने कहा कि बसंत ऐसा मौसम होता है जो कि प्रकृति की प्रफुल्लित बेला का सबसे बड़ा स्वरूप होता है उन्होंने कहा कि हम सभी को अपनी पुराणिक रितुओ के अनुसार अपने कार्यों को करना चाहिए हमारा लक्ष्य रहता है कि स्कूल में बच्चों को प्रकृति के साथ जोड़ कर रखा जाए ताकि वह अपनी संस्कृति के साथ जुड़े रहे जो लोग संस्कृति के साथ जुड़े रहते हैं वही देश को आगे ले जा सकते हैं।
इस मौके पर मां सरस्वती की पूजा अर्चना की गई माल्यार्पण की गई इस मौके पर बच्चों ने काफी अच्छी प्रस्तुतियों देखकर वहां मौजूद लोगों का मनोरंजन किया और उन्हें देशभक्ति और प्रकृति से जुड़े रहने की सीख गई।
इस मौके पर विजय गुप्ता, नीना कोशिक, रवि गोयल, सुशील मित्तल, संतराम शर्मा, ज्योती स्वरूप, अनिल जी, भोलेश्वर जी, मुनील गुप्ता, श्यामचंद शर्मा, रणदेव शर्मा, धीरज गुप्ता, ओपी कहारिया उपस्थित रहे। इस अवसर पर अनिल कुमार एवं सतीश खुराना की तरफ से मिष्ठान का वितरण किया गया और कुलदीप सिंह प्रधानाचार्य ने सभी का धन्यावाद किया।