Crime/ Accident

सरकारी आवासीय कालोनी में चीखतीं चिल्लाती यूवती के लिए फरिश्ता बनी वनरक्षक….पढ़े क्या है पूरी खबर

Ashoka Times….25 September 2024

जल शक्ति विभाग अधिशासी अभियंता के सरकारी आवास के बाहर उस वक्त हंगामा मच गया जब एक युवती कुछ लोगों की गिरफ्त से अपनी जान बचाने की दुहाई देते हुए चिल्लाने लगी। हिम्मत दिखाते हुए वहां मौजूद वन रक्षक ने न केवल उसकी मदद की बल्कि मौके पर पुलिस को बुला कर घबराई और सहमी यूवती के लिए फरिश्ता भी बनी।

सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार रविवार रात करीब 8 बजे जल शक्ति विभाग अधिकारी के सरकारी आवास और BDO. कार्यालय के बाहर उस वक्त हंगामा मच गया जब एक 25-26 वर्षीय यूवती अपनी जान बचाने की दुहाई देकर जोर-जोर से चिल्लाने लगी। इस बारे में जानकारी देते हुए चश्मदीद रही वनरक्षक जिसने इस पूरे वाक़्या की सूचना पुलिस को दी थी उन्होंने बताया कि रविवार तकरीबन रात 8:00 बजे RO आवास और BDO कार्यालय के बाहर जोर-जोर से चीखने की आवाज़ें आ रही थी वह उस वक्त खाना बना रही थी जब वह बाहर निकली तो एक युवती डरी सहमी बुरी तरह से चिल्ला रही थी जब हमने उससे पूछा तो उसने बताया कि उसे नशे का इंजेक्शन दिया गया है और उसके साथ बहुत गलत किया जा रहा है और वह अब जीना नहीं चाहती । वह यूवती बुरी हालत में थी और बहुत ज्यादा रो रही थी। चश्मदीद वनरक्षक ने बताया कि उसकी हालत देखकर उन्होंने अपने वन अधिकारी से पुलिस को सूचित करने के लिए मोबाइल नंबर लिया और उन्होंने पुलिस को फोन भी किया तब तक बेहद डरी सहमी लड़की किसी खतरे को भांपते हुए दीवार फांदकर नीचे यमुना पार्क की और भाग गई । उसके बाद मौके पर मौजूद दो तीन बेलदार और हम उस लड़की के पीछे पार्क तक पहुंच गए । यमुना पार्क में वह यूवती हमें मिल गई इस दौरान पुलिस की पीसीआर भी मौके पर पहुंच गई। बुरी हालत में उस यूवती के मैंने कपड़ों को भी ठीक किया। उसकी हालत बेहद खराब थी उन्होंने उसके कपड़े ठीक किये । घबराई और डरी सहमी यूवती बुरी हालत में चिल्ला रही थी, उसके बाद हमने लड़की को पुलिस के हवाले कर दिया गया।

वही वनरक्षक ने चौंकाने वाली बात यह बताई कि आसपास मौजूद बेलदारों ने उसे बताया कि उस लड़की को मौके पर मौजूद जल शक्ति विभाग की बोलैरो गाड़ी में लाया गया था! उस गाड़ी में ड्राइवर और एक अन्य युवक भी था। बताया जा रहा है कि कथित तौर पर ये यूवक नघेता का था जिसके बाद यूवती के हंगामें के बाद ड्राइवर और वह युवक मौके से फरार हो गए थे।

वन रक्षक ने बताया कि यूवती बार बार कह रही थी कि उसे नशे का इंजेक्शन लगाकर लाया गया था, यहां तक बताया जा रहा है कि एक अधिकारी को इस यूवती ने जोर जबरदस्ती करने के बाद हाथ पर बुरी तरह से काट लिया और अधिकारी बुरी तरह से घायल भी हुआ है। वहीं दूसरी ओर यह पूरा का पूरा मामला पुलिस संज्ञान में लाया गया था सूत्रों की माने तो अधिकारी और युवती को देर रात तक थाने में भी बिठाया गया था।

बता दें कि पांवटा साहिब में कांग्रेस सरकार में जिस तेजी के साथ अधिकारियों का मानसिक और इमानदारी का स्तर नीचे गिर रहा है वह काफी सोचनीय है। इस मामले के बाद कुछ सवाल जरूर खडे होते हैं।

1* आखिर वह यूवती कौन थी जिसे पुलिस थाने लेकर आई थी, 

2* चश्मदीदों के अनुसार यूवती की हालत बेहद खराब थी मेंटल ट्रॉमा से बाहर निकालने के लिए क्या उसका उपचार अस्पताल में करवाया गया या नहीं ।

3* चश्मदीदों की माने तो क्या वाकई जल शक्ति विभाग अधिकारी की गाड़ी में जबरन उस लड़की को लाया गया था।

4* पुलिस द्वारा आरओ आवास और बीडीओ कार्यालय के पास मौके पर मौजूद गवाहों के ब्यान क्यों नहीं लिए गए ।

5* इस पूरे मामले में नघेता के एक बेलदार के बेटे की संलिप्तता सामने आ रही है उसकी जांच हो पाएगी या नहीं।

6* सबसे महत्वपूर्ण क्या जल शक्ति विभाग अपने अधिकारी की विभागीय जांच करेगा या नहीं।

 

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