पढ़िए आप घर बैठे कैसे कर सकते हैं पर्यावरण को संतुलित…
Ashoka Times…5 June 23
5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है भारत 140 करोड़ की आबादी का विकसित होता देश है आज भारत में सबसे बड़ी समस्या पर्यावरण को लेकर सामने आ रही है ऐसे में हम सबका दायित्व बनता है कि पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए हम अपने घर से और खुद से शुरुआत करें।
पर्यावरण में हवा पानी मिट्टी इन सब पर पर्यावरण का बेहद खतरनाक असर देखने को मिल रहा है। पर्यावरण और और मानव जीवन के बीच एक अटूट रिश्ता है। प्रकृति ने इंसानों को सब कुछ दिया है। हालांकि प्रकृति के प्रति मनुष्य अपनी जिम्मेदारी भूल चुके है। नतीजा यह है कि आज विश्व प्रदूषित पर्यावरण और प्राकृतिक आपदाओं के प्रकोप को झेल रही है। पिछले कुछ सालों में वैज्ञानिकों ने पर्यावरण की गंभीर गिरावट को महसूस किया है।
आपको जानकार हैरानी होगी लेकिन दुनिया में हर साल 40 करोड़ टन प्लास्टिक कचरे का उत्पादन होता है। यह कचरा हमारे पर्यावरण को भी हानि पहुंचाता है। यहीं नहीं, पेड़ों की अंधाधुंध कटाई और बढ़ते प्रदूषण के चलते लोंगो को तरह तरह की गंभीर बीमारियों का भी सामना करना पड़ता है।
हमें यह समझना होगा कि संपूर्ण मानवता का अस्तित्व प्रकृति पर निर्भर है। प्रकृति के बिना मानव जीवन संभव नहीं है। ऐसे में भविष्य की पीढ़ियों की जरूरतों की अनदेखी न करते हुए वर्तमान मांगों की आवश्यकताओं को पूरा करने के बीच संतुलन ले आना बेहद जरूरी है।
पर्यावरण को बचाने का काम हम अपने घर से ही शुरू कर सकते हैं। कोशिश करें कि साल में एक पौधा जरुर लगाएं। बिजली या पानी का दुरुपयोग न करें। किसी भी तालाब या नदी को दूषित न करें। प्लास्टिक का उपयोग बंद करें दें और इसकी जगह कागज या कपड़े के थैले का प्रयोग करें। ध्यान रहे कि पृथ्वी सभी मनुष्यों की जरूरत पूरी करने के लिए पर्याप्त संसाधन प्रदान करती है लेकिन लालच पूरा करने के लिए नहीं। प्रकृति से उतना ही लें जितना आप वापस कर सकते हैं।
बांगरन पुल रिपेयर का झूठा श्रेय लेने का प्रयास कर रहे मंत्री जी… सुखराम चौधरी
आशा वर्कर के लिए बनाई जाए पॉलिसी…. सुभाष शर्मा