Ashoka Times…. may 8….2024
पांवटा साहिब के एक मध्यम परिवार के युवा ने अपने 25 वर्षीय जीवन में वह उंचाईयां हासिल की है जिसके लिए अक्सर युवा दिन रात मेहनत करते हैं।
चण्डीगढ से लेकर महाराष्ट तक विभाषु उपाध्याय का नाम होटल इन्डस्ट्रीय मे बडी ही शान से लिया जाता है।
विभांषु उपाध्याय ने यूं तो एक मध्यम परिवार में एक साहित्यकार और पत्रकार के घर में 1999 में पांवटा साहिब में जन्म लिया किन्तु अपनी मेहनत लगन और कठिन परिश्रम के साथ साथ बचपन से ही अपने जीवन का एक टारगेट बनाकर आरम्भिक शिक्षा दीक्षा सरस्वती विद्या मन्दिर पांवटा साहिब से की उसके बाद 9वीं 10वीं सरस्वती विद्या मन्दिर शिमला से ग्रहण की उसके बाद 12वीं की पढाई डीएवी स्कूल पांवटा से की और उसके बाद अपने दम पर अपना भविष्य के सपनो को साकार करने के लिये चण्डीगढ यूनिवर्सिटी में बीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण कर कैम्पस प्लेसमेंट में ही पहले ही चरण में विभाषु को हायर कर लिया गया।
पहले तो चण्डीगढ में ही लगभग एक वर्ष होटल इन्डस्ट्री मे काम किया और उसके बाद एक सवाल के जवाब ने ही विभाषु की जीवन में ऐसा मोड आया कि मुम्बई की केवाईसी कम्पनी ने वासु को हायर कर लिया। इसी दौरान विभाषु की माता का अनायास ह्दय गति रूक जाने के कारण निधन हो गया लेकिन अपने जीवन के लक्ष्य से विमुख नही हुआ। अपने बुजुर्ग पिता और अपनी बहिन का बेहतरीन तरीके से ध्यान भी रखा और वर्तमान समय में विभाषु जहां वह चाहता था जो उसके जीवन का लक्ष्य था उसे हासिल कर लिया
आज विभांशु केवाईसी कम्पनी में बतौर मैनेजर नियुक्त हो चुका है विभांशु को अन्तरराष्टीय स्तर की शादियां करवाने का बेहतरीन कौशल है विभांषु पांच सितारा होटलों में किसी भी तरह की मैनेजमेंट का रखरखाव करना उसकी विशेषता है यही कारण है कि देश के कई पांच सितारा होटल अपने यहां होने वाले किसी भी प्रकार की आयोजन में उनकी सेवाएं लेने के इच्छुक रहते हैं।
चण्डीगढ यूनिवर्सिटी में पढाई के दौरान भी अपने शौक और पढाई के साथ साथ वासु ने 60 से अधिक आयोजन सफलता पूर्वक करवाने में अपने कौशल का परिचय भी दिया जिससे खुश होकर यूनिवर्सिटी प्रबन्धन ने उसकी फीस में भी कटोती कर दी। यूनिवर्सिटी में होलीवुड के 60 से अधिक सेलिब्रिटीज के साथ काम भी किया जो सभी वासु की हास्पीटलटी देखकर खुश भी हुए जिसमें भारती सिंह, कपिल शर्मा, अक्षय कुमार और सोनाक्षी सिन्हा जैसे नाम शामिल है।
पांवटा साहिब के विभांशु युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत है युवाओं को अपने लक्ष्य को साधने के लिए किसी भी समस्या को अपने पर भारी नहीं पड़ने देना चाहिए बल्कि समस्याओं को आगे बढ़ने का रास्ता बनाकर उन्हें पर अपने लक्ष्य की प्राप्ति करनी चाहिए।
इस बारे में जब विभांशु से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनका सारा काम मोबाइल पर और उसमें सेव नंबरों पर टिका है लेकिन वह मोबाइल का इस्तेमाल फेसबुक इंस्टाग्राम या वीडियो देखने में जाया नहीं करते बल्कि इस तकनीक का इस्तेमाल कर अपने काम को और बेहतर बनाने का प्रयास करते हैं उन्होंने कहा कि युवाओं को उनका यही सुझाव है कि युवा अपना जीवन मोबाइल में वीडियो स्क्रोल करते हुए ना बिताएं अपने जीवन के घंटों को प्रति मिनट मेहनत के लिए इस्तेमाल करें अगर ऐसा यूवा पीढ़ी करती है तो आने वाला समय युवाओं का होगा।
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