शिक्षा संस्थानों की दुर्दशा, बेरोजगारी, और नशे का बढ़ता प्रकोप चिंताजनक…
Ashoka Times….31 जुलाई 2025
स्थान: पांवटा साहिब, जिला सिरमौर (हिमाचल प्रदेश) अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) पांवटा इकाई द्वारा प्रदेश सरकार की छात्र विरोधी नीतियों, शिक्षा व्यवस्था की गिरती स्थिति और प्रशासन की निष्क्रियता के खिलाफ 30 जुलाई दोपहर 1:00 बजे से लेकर 31 जुलाई दोपहर 1:00 बजे तक 24 घंटे की सांकेतिक भूख हड़ताल का आयोजन किया गया। यह हड़ताल पांवटा साहिब स्थित राजकीय महाविद्यालय परिसर में शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित हुई, जिसमें सैकड़ों की संख्या में छात्रों और परिषद कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
इस आंदोलन के माध्यम से परिषद ने छात्र हितों की रक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए। कार्यक्रम का नेतृत्व जिला संयोजक वंश भंडारी ने किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। शिक्षा संस्थानों की दुर्दशा, बेरोजगारी, और नशे का बढ़ता प्रकोप चिंताजनक है, जबकि प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है।
ABVP द्वारा प्रस्तुत प्रमुख मांगे निम्नलिखित हैं:
1. छात्रों को उनका लोकतांत्रिक अधिकार दिया जाए और छात्र संघ चुनाव तुरंत बहल किए जाएं।
2. राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 को प्रदेश में शीघ्र और प्रभावी रूप से लागू किया जाए।
3. शिक्षण संस्थानों को राजनीतिक दलीकरण से मुक्त किया जाए और उन्हें स्वतंत्र रूप से कार्य करने दिया जाए।
4. शिक्षा संस्थानों की आधारभूत संरचना – जैसे भवन, पुस्तकालय, प्रयोगशाला, और खेल मैदान – को मजबूत किया जाए।
5. मूल्यांकन प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाया जाए ताकि छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ न हो।
6. प्रदेश में बढ़ते नशा कारोबार पर लगाम लगाई जाए और कानून व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए।
7. विभिन्न विभागों में खाली पदों को शीघ्र भरा जाए ताकि युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकें।
8. हाल ही में आपदाओं से प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा प्रदान किया जाए।
9. छात्र विरोधी “जॉब ट्रेनिंग पॉलिसी” को अविलंब वापस लिया जाए, जो युवाओं के भविष्य और गरिमा के खिलाफ है।
इस भूख हड़ताल में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मनीष समटा जी , कॉलेज इकाई सह सचिव अनिकेत भंडारी जी, परिषद के अन्य वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में सरकार को चेतावनी दी कि यदि जल्द से जल्द इन मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो ABVP पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।
जिला संयोजक वंश भंडारी ने अंत में कहा कि परिषद छात्र हितों की रक्षा के लिए संकल्पबद्ध है और आगे भी छात्र आवाज को बुलंद करती रहेगी, चाहे इसके लिए कितनी भी लंबी लड़ाई क्यों न लड़नी पड़े।