यूनिवर्सिटी को लेकर साजिश, छात्रों के टकराव को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश…..
यूनिवर्सिटी को लेकर साजिश, छात्रों के टकराव को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश…..

Ashoka Times….09 October 2024
हिमाचल प्रदेश के इंदौरा स्थित अरनी यूनिवर्सिटी में दो छात्र समूहों के बीच हुई झड़प को सांप्रदायिक और राजनीतिक मोड़ देने का प्रयास हो रहा है। अरनी यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. विवेक सिंह ने धर्मशाला में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस इस मामले में उचित कदम उठा रहे हैं। प्रारंभिक जांच के आधार पर दस छात्रों को झगड़े में शामिल होने के चलते निलंबित कर दिया गया है, और एक जांच समिति मामले की गहराई से पड़ताल कर रही है।
डॉ. विवेक सिंह ने आरोप लगाया कि बाहरी लोग विश्वविद्यालय परिसर में घुसकर इस स्थिति को और बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन, सरकार और पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है। चांसलर का मानना है कि यह घटना यूनिवर्सिटी को बदनाम करने की योजना का हिस्सा हो सकती है, जैसा कि 1 जनवरी को उन पर हुए हमले के दौरान हुआ था।

6 अक्टूबर को दो छात्र समूहों के बीच मामूली कहासुनी के बाद विवाद बढ़ गया, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस के सहयोग से स्थिति को काबू कर लिया था। चांसलर ने बताया कि इस घटना के दौरान किसी भी तरह के सांप्रदायिक बयान या नारे नहीं लगाए गए थे, और जांच में भी किसी प्रकार के उत्तेजक नारों के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं।
अधूरी बनी हुई यूनिवर्सिटी की बाउंडरी वॉल के कारण बाहरी लोग परिसर में आसानी से प्रवेश कर जाते हैं, जिससे सुरक्षा संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। डॉ. सिंह ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए प्रशासन से सहयोग की अपील की है और बाहरी उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
उन्होंने यह भी साफ किया कि अरनी यूनिवर्सिटी में किसी भी तरह की “भारत विरोधी” या सांप्रदायिक विचारधारा के लिए कोई स्थान नहीं है। विभिन्न समुदायों के छात्र यहां शिक्षा प्राप्त करते हैं, और भारत विरोधी गतिविधियों का कोई स्थान नहीं है। डॉ. सिंह ने संदेह जताया कि यह घटना विश्वविद्यालय की छवि खराब करने और छात्रों को उकसाने की कोशिश हो सकती है, जबकि सोशल मीडिया पर भी इस मामले को लेकर झूठी जानकारी फैलाई जा रही है।