वीडियो और तस्वीरों को देखकर हो जाएंगे आप हैरान….
Ashoka Times…28 जनवरी 24
हिमाचल प्रदेश सरकार जहां एक और आर्थिक तंगी से गुजर रही है वहीं दूसरी ओर भ्रष्ट अधिकारी खनन माफिया से मिलकर चांदी कूट रहे पावटा साहिब में क्रेसरों के आसपास यमुना नदी मशीनों से खुदाई की जा रही है।
बेशक प्रदेश सरकार खनन माफिया को लेकर कड़ी कार्रवाई की बात कर रही है। लेकिन जिला सिरमौर में खनन माफिया का कहर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। मशीनें लगाकर ट्रैक्टरों में अवैध खनन सामग्री यमुना नदी से ढ़ोई जा रही है तथा रामपुर घाट में चल रहे क्रशरों पर यह अवैध खनन सामग्री गिराई जा रही है।
खनन विभाग के इंस्पेक्टर और गार्ड कोई कार्यवाही करते नजर नहीं आ रहे हैं। न ही वह खनन माफिया के खिलाफ कोई कार्रवाई कर रहे हैं । मौके पर आकर कोई उचित कार्रवाई करते हैं बताया जा रहा है कि खनन विभाग के कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त है तथा पैसे लेकर इस खनन के खिलाफ कार्रवाई न कर आंखों पर काली पट्टी बांधकर बैठे है
मुनाफे के लिए माफिया के लोग यमुना नदी का सीना छलनी कर रहे है। पाबंदी के बावजूद यमुना नदी में खनन माफिया बिना किसी रोक टोक अवैध खनन करने में मशगूल है। रामपुर घाट में खनन माफिया ने यमुना नदी में आसपास की जमीनों में 10-10 फुट के गड्ढे कर दिए हैं पुलिस प्रशासन खनन विभाग वन विभाग और आरटीओ कोई भी कड़ी कार्रवाई नहीं कर पा रहे तथा सरकार के दावों की भी पोल खुलती नजर आ रही है।
भाजपा नेता संलिप्त….
नदियों को खाली कर माफिया का रेत, बजरी निकालने का कारोबार दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इसमें कहीं बड़े भाजपा नेता भी शामिल हैं जो पैसे के दम पर अधिकारियों को इस क्षेत्र में घुसने भी नहीं देते,
यमुना के रास्ते हो रही तस्करी…
सबसे अधिक आश्चर्य की बात यह है कि खनन विभाग की मिलीभगत के चलते क्रेशर मालिकों ने यमुना नदी में एक रास्ता तैयार किया है जिससे देर शाम होते ही रेत बजरी की तस्करी की जाती है इसका असर यह देखने को मिल रहा है कि हिमाचल प्रदेश सरकार को हर रोज करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है लेकिन अधिकारी इस पूरी करतूत पर पर्दा डालकर आंखें बंद किए बैठे हैं।
अधिकारियों की मिलीभगत से हो रही उत्तराखंड रेत बजरी की तस्करी…Watch Video