Ashoka Times…2 June 23
देश में ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं अब ठगों ने बिना ओटीपी आपके खाते को खाली करने का तरीका भी निकाल लिया है यह बेहद खतरनाक है लेकिन जब तक आप ठग की मदद नहीं करते हैं तब तक ये संभव नहीं है।
आज हम बताएंगे कैसे ठग आपकी गाड़ी खून पसीने की कमाई को आसानी से उड़ा जाते है देखा गया है कि कहीं ना कहीं आप अपने आप ही ठग की मदद करते हैं जिसके कारण ऑनलाइन फ्रॉड बढ़ रहे हैं।
अक्सर ठग फोन पर एडरेस वैरिफाई करने की बात करते हैं. वह अपने को किसी शॉपिंग वेबसाइट के कॉल सेंटर से बताते हैं.
उनके पास आपके द्वारा ऑर्डर किए प्रोडक्ट की सारी जानकारी होती है।
बिना ओटीपी कैसे हो जाता है फ्रॉड: डिजिटल सेंधमारी और ऑनलाइन धोखाधड़ी इस कदर बढ़ रही है कि लोगों में अब डर समाने लगा है. स्कैमर्स ऐसे-ऐसे तरीके खोजकर ला रहे जिसमें कोई भी आसानी से फंस सकता है. आलम ये है कि अब तो बिना ओटीपी के भी आपका खाता खाली करने की तकनीक खोज ली गई है. हम आपको कुछ ऐसे तरीकों के बारे में बता रहे हैं, जो स्कैमर्स इस्तेमाल करते हैं. आप अगर सावधानी बरतेंगे तो इनके जाल में आने से बच सकते हैं.
यूपीआई खाते को कर रहे टारगेट…नए तरीके में बैंक से लिंक आपके यूपीआई खाते को टारगेट किया जा रहा है. कई लोगों के साथ हो चुके ऐसे वाकये को आपके लिए भी जानना जरूरी है ताकि आप इसका शिकार न हो. अगर कोई भी अनजान व्यक्ति आपसे फोन पर इस तरह का काम करने को कहे तो तुरंत फोन काट दें और नंबर को रिपोर्ट कर दें. इससे आप खुद को तो सुरक्षित तो करेंगे ही और भी लोगों की मदद कर पाएंगे.
उदाहरण के साथ पढ़ाई कैसे होती है ठगी…
इसे एक उदाहरण से समझते हैं. यह सत्य घटना पर आधारित है बस नाम बदल दिया गया है. बलदेव नाम के एक 25 वर्षीय युवक ने XYZ शॉपिंग वेबसाइट से अपने लिए 30 हजार रुपये का फोन ऑर्डर किया. फोन को 17 मई को डिलीवर होना था लेकिन बलदेव के पास 16 मई को एक कॉल आया और कॉल करने वाले शख्स ने खुद को XYZ कंपनी का कस्टमर केयर बताया. इसके बाद उसने को उसके सामान की डिटेल वगैरह बताई और कहा कि उसे एडेरस कंफर्म करना है.
एडरेस कंफर्म करने के लिए लिंक
हालांकि, बलदेव पहले ही अपना एडरेस शॉपिंग वेबसाइट पर डाल चुका था. इसलिए अब उस शक और पुख्ता हो गया कि यह किसी ठग का ही कॉल है. राहुल ने बात जारी रखी और ठग ने कहा कि आपको एक लिंक भेजा जा रहा है उस पर क्लिक करके एडरेस कंफर्म करना है. जब राहुल ने उस पर क्लिक किया तो एक यूपीआई पेमेंट गेटवे खुल गया. इसमें उसके बैंक की डिटेल मांगी गई थी. राहुल ने जब इसके बारे में ठग से पूछा तो उसने कहा कि एडरेस कंफर्म करने के लिए राहुल को पहले 5 रुपये की पेमेंट करनी होगी. जाहिर तौर पर अगर बैंक डिटेल डाल दी जाती तो बैंक खाता खाली हो जाता।
इस तरह बिना ओटीपी के भी आप ठगी के शिकार हो जाते हैं आपकी खून पसीने की कमाई को ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले 2 मिनट में गायब कर देते हैं इसलिए किसी भी कॉल पर कोई एड्रेस वेरीफाई करने जैसा मैसेज अगर आता है तो सावधान हो जाए यह आपके बैंक खाते को खाली कर सकता है।
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