Ashoka Times…23 फरवरी
पानी, मिट्टी और हवा में मौजूद प्लास्टिक के छोटे कण बीमार कर रहे हैं। इनसे पाचन तंत्र बिगड़ रहा है। शरीर में सूजन हो रही है और कोशिकाएं भी नष्ट हो रही हैं। कुछ बोतलबंद पानी समेत अन्य वस्तुओं पर हुए शोध में यह खुलासा हुआ है।
यह माइक्रोप्लास्टिक्स पॉलीएथिलीन इलीन टेरेफ्थेलेट, पॉलीस्टाइरीन, पॉलीप्रोपाइलीन और पॉलीविनाइल क्लोराइड पाए गए हैं। यह शोध सीएसआईआर नागपुर के वेस्ट रिप्रोसेसिंग डिविजन, नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर, यूनिवर्सिटी मलेशिया पहांग, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मोहाली, जेपी यूनिवर्सिटी वाकनाघाट और शूलिनी विश्वविद्यालय सोलन ने किया है। इस अध्ययन में जेपी यूनिवर्सिटी वाकनाघाट से अशोक कुमार नड्डा, शूलिनी विश्वविद्यालय सोलन से प्रदीप सिंह, पंकज रायजादा आदि ने भी हिस्सा लिया। इससे संबंधित शोध पत्र ‘साइंस डायरेक्ट’ नाम के अंतरराष्ट्रीय जर्नल में छपा है।