पूर्व डीजीपी संजय कुंडू सहित दस के करीब पुलिस अधिकारियों पर मामले दर्ज
पूर्व डीजीपी संजय कुंडू एक बार फिर अपने कर्मकाण्डों के कारण फिर सुर्खियों में है। पूर्व डीजीपी संजय कुंडू ने अपने इस बार दस पुलिस अफसरों की भी नौकरी खतरे में डाल दी है। हिमाचल प्रदेश में पूर्व डीजीपी संजय कुंडू सहित दस के करीब पुलिस अधिकारियों पर मामले दर्ज हुए हैं।
ये गंभीर मामला अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति निवारण अधिनियम की धारा के तहत थाना सदर शिमला में दर्ज किया गया है।
शिकायतकर्ता मीना नेगी ने आरोप लगाए कि, 9 जुलाई 2020 को उनके पति धर्मसुख नेगी को, जातीय आधार पर मनगढ़ंत, जाली दस्तावेजों के आधार पर विभागीय जांच के बाद, हेड कांस्टेबल की नौकरी से निकाल दिया गया।
आरोप है कि इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने जबरन पैनल रेट 1 लाख,43 हजार रुपये की वसूली की गई । आदेश देकर उनके पति की ग्रेच्युटी, डीसीआरजी एवं अन्य सेवानिवृत्ति लाभों को 2020 से अब तक रोके रखा है।इसके अलावा सरकारी आवास को खाली करने के लिए नोटिस भेजे गए। मीना का आरोप है कि उनके पति के साथ जातीय आधार पर अत्याचार किया गया ।
बता दें कि इससे पहले भी पुर्व डीजीपी संजय कुंडू सुर्खियों में रहे हैं ।पहले भी उन पर कईं गंभीर आरोप लगे थे। जिसमें पुलिस भर्ती लीक मामले में संजय कुंडू का पुतला फूंका गया था। आरोप थे कि पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में डीजीपी संजय कुंडू भी दाग़दार थे। उस वक्त भी उन्हें तुरंत बर्खास्त करने की मांग की गई थी।
एक अन्य मामले में पुर्व डीजीपी संजय कुंडू पर पालमपुर के कारोबारी निशांत शर्मा ने गंभीर आरोप लगाऐ थे। कारोबारी ने 28 अक्टूबर को हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार के नाम ई-मेल भेजी थी। जिसमें उन्होंने अपनी जान को खतरा बताया था । निशांत शर्मा ने डीजीपी संजय कुंडू पर गंभीर आरोप लगाए थे। हाई कोर्ट की सख्ती के बाद पुलिस ने निशांत की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की थी।
निशांत शर्मा ने अपनी शिकायत में कहा था कि उसे पालमपुर के एसएचओ ने शिमला जाकर डीजीपी संजय कुंडू से मिलने के लिए दबाव बनाया था।वही बता दें कि संजय कुंडू की छत्रछाया में कई थाना प्रभारी ऐसे भी रहे थे जिन्होंने पुलिस की बर्बरता के खिलाफ आवाज उठाने वालों पर मामले दर्ज किए थे ।
फिलहाल उनकी शिकायत में लगाए गए आरोपों को एफआईआर में शामिल करके पूर्व डीजीपी संजय कुंडू, पूर्व आईपीएस अधिकारी हिमांशु मिश्रा, अरविंद शारदा, आईपीएस अधिकारी शालिनी अग्निहोत्री, अंजुम आरा खान, भगत सिंह ठाकुर, दिवाकर दत्त शर्मा, पंकज शर्मा और मीनाक्षी समेत डीएसपी बलदेव शर्मा के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।