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पांवटा साहिब के अनियंत्रित चौराहे…भगवान भरोसे

बिना ट्रैफिक लाइटों के चौराहों पर अव्यवस्था का राज…

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Ashoka Times…5 November 23 

पांवटा साहिब में अनियंत्रित चौराहे भगवान के भरोसे चल रहे हैं ना तो इन पर ट्रैफिक लाइट्स काम कर रही है और न ही पुलिस व्यवस्था नजर आतीं है ।

पांवटा साहिब में पूरी तरह से चौराहों को भगवान भरोसे छोड़ा गया है । सबसे पहले चौराहा सीमा द्वार पर ही गोविंद घाट बैरियर के नजदीक है जहां पर एक सड़क मुख्य बाजार को जाती है व एक सड़क गुरुद्वारा श्री कृपाल शीला की और जाती है यहां 4 ऐसे स्कूल है जो इस चौराहे को हर रोज जांन जोखिम में डालकर पार करते हैं।इस रास्ते पर बने हुए दोनों लिंक रोड के बीचो-बीच नेशनल हाईवे है जो एक हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करता है और एक मार्ग देहरादून हरिद्वार जैसे शहरों की ओर जाता है।

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दूसरा सबसे अधिक अव्यवस्थित चौराहा विश्वकर्मा चौक का है जिस पर आज तक भी ट्रेफिक लाइट नहीं लगी होने के कारण पूरी तरह से छोटे बड़े वाहन भगवान भरोसे चलते दिखाई देते हैं यहां पर शहर और नेशनल हाईवे की सबसे अधिक भीड़ हमेशा रहती है बावजूद इसके केवल एक होमगार्ड जवान इस बड़े चौक को संभालने में अपनी जान लड़ा देता है।

वही बात करते हैं तीसरे ऐसे चौराहे की जिस पर शहर की सबसे अधिक भीड़ 24 घंटे बनी रहती है यहां पर आपको ट्रैफिक पुलिस के एक दो जवान नजर आएंगे लेकिन लिए आज तक इस मार्ग पर लोगों की सुरक्षा के लिए नहीं लगाई गई है।

इसके बाद आता है शहर और नेशनल हाईवे का सबसे खतरनाक वाई पॉइंट जहां पर सबसे अधिक एक्सीडेंट आपको देखने को मिलते हैं यहां लाइट तो है लेकिन पिछले 2 वर्षों से वह खराब पड़ी है जिसके कारण यहां पर ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से फेल नजर आती है इसके बाद सब्जी मंडी और हीरपुर के लिए बने लिंक रोड जो की नेशनल हाईवे से मिलते हैं यहां पर भी कोई ट्रैफिक पुलिस और कोई लाइट या ट्रैफिक सिग्नल आपको नजर नहीं आएगा यहां पर भी रॉन्ग साइड से आने वाले ट्रैफिक के कारण दुर्घटना का हादसा बना रहता है और दुर्घटनाएं होती भी है यहां पर किसी तरह कोई भी पुलिसकर्मी आपको नजर नहीं आएगा।

उसके बाद आता है बद्रीपुर चौक इस चौक पर लाइट तो लगी है लेकिन वह पिछले कई महीनों से खराब पड़ी है जिसके कारण यहां पर भी 24 घंटे जाम की स्थिति बनी रहती है हालांकि यहां पर दो से तीन ट्रैफिक पुलिस जवान आपको नजर आएंगे।

इसके बाद आपको शहरी क्षेत्र रैनबैक्सी चौक पर किसी तरह की कोई भी सुरक्षा व्यवस्था नेशनल हाईवे द्वारा नहीं की गई है यहां पर भी अक्सर तिराहा होने के कारण एक्सीडेंट का अंदेशा बना रहता है और अक्सर गाड़ीयां टकराती भी रहती है।

फिलहाल पांवटा साहिब के जितने भी चौराहे हैं वह बुरी तरह से अनियंत्रित भीड़ की गिरफ्त में है इसके लिए नेशनल हाईवे पर स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा चौराहों को चिन्हित कर ट्रैफिक लाइट और चौराहे पर एक ट्रैफिक कांस्टेबल की ड्यूटी अवश्य लगनी चाहिए ताकि चौराहों पर आने जाने वाले लोगों को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचने का अवसर मिल पाए।

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