Ashoka Times…14 July 2025
पांवटा साहिब की सड़कों पर इन दिनों गौवंश की तादाद काफी बढ़ गई है जिसके कारण शहर की सड़कों पर गाड़ियों से बुरी तरह घायल गोवंश देखने को मिल रहा है, तो वही दूसरी और शहर में गोवंश के झुंड राहगीरों को घायल कर रहे हैं।
पांवटा साहिब की सड़कों पर गोवंश न केवल खुद घायल हो रहे हैं बल्कि लोगों के लिए भी मुसिबत बनते जा रहे हैं। आश्चर्यजनक बात यह है कि आधे से अधिक गोवंश के गले में टैग लगे हुए हैं इसका मतलब है कि आधे से ज्यादा गोवंश की पहचान की जा सकती है लेकिन समस्या ये है कि आखिर करे कौन ? नगर पालिका अगर चाहे तो सड़कों पर घूम रहे सैंकड़ों गोवंश की समस्या को कुछ घंटे में ही हल कर सकती है। टैग लगे गोवंश के नम्बरों से उनके मालिकों की पहचान आसानी से की जा सकती है। सड़कों पर दौड़ते गोवंश को पकड़ कर मालिकों का पता लगाए और उन पर ज्यादा से ज्यादा जुर्माना लगाया जाए। वही सामने आया है कि गोवंश के मालिकों की पहुंच सीधे तौर पर पार्षदों से रहती है और पार्षद अक्सर उनके जानवरों को छुड़ाने में मदद भी करते हैं। ऐसे में शहर की इस समस्या का निदान कभी नहीं हो पाएगा । शहर के पार्षदों को भी चाहिए कि वह सड़कों पर छोड़ने वाले गोवंश के मालिकों का साथ बिल्कुल ना दें।
महेश बारे में जानकारी देते हुए तारवाला के एक परिवार अमित शर्मा ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ बाजार में खरीदारी के लिए गए थे तभी सामने से 810 गोवंश तेज गति से भागते हुए उनकी ओर आए वी मुश्किल उन्होंने एक दुकान में घुसकर अपनी जान बचाई। बता दे कि इस तरह के एक अन्य मामले में 70 वर्षीय व्यक्ति हरपाल जो कि मतरालियों के रहने वाले हैं अपने खेत में काम कर रहा थे अचानक कुछ गोवंश उनके खेत में घुस आए उनमें से एक ने उन्हें इतनी बुरी तरह से मारा के एक सप्ताह तक वे अस्पताल में रहे और उन्हें गंभीर चोटें आई।
आप जनता ने नगर परिषद पांवटा साहिब से ग्वार लगाते हुए कहां है कि जल्द से जल्द इन गोवंश को या तो गौशाला में पहुंचाया जाए या उनके मालिकों पर कार्रवाई कर उन पर भारी जुर्माना लगाया जाए ताकि वह इन्हें अपने घर में ही रखें।