सोशल मीडिया पर भी लोगों ने लगाई पंचायत प्रतिनिधियों को लताड़ …
Ashoka Times…29 July 23 paonta Sahib
डोबरी सालवाला पंचायत में गंभीर आरोप सामने आए हैं। ऐसे कामों के बिल पास करवाए जा रहे थे जो काम धरातल पर हुए ही नहीं हैं जब सचिव द्वारा ऐसे ही बिलों को पास करने से मना कर दिया गया तो प्रधान और कई लोगों ने सचिव के खिलाफ मिलकर एसडीएम पांवटा साहिब को झूठी शिकायत दे डाली।
पंचायतों में करोड़ों रुपए का बजट आता है लेकिन फिर भी स्थितियें कभी नहीं सुधरती क्योंकि पंचायतों में भ्रष्टाचार चर्म सीमा पर रहता है ऐसे में अगर कोई भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ खड़ा हो जाए तो जनप्रतिनिधियों का साहस देखिए कि वो ऐसे व्यक्ति के खिलाफ खड़े होने में जरा भी नहीं हिचकिचाते।
डोबरी सालवाला में कार्यरत सचिव जयपाल शर्मा ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को तथ्यों के साथ खंडन करते हुए कहा कि उन्होंने मनरेगा और दूसरी योजनाओं के तहत ऐसे बिल पास करने से मना कर दिया जो काम अभी हुए ही नहीं थे जिसके बाद पंचायत प्रधान प्रेम सिंह और उनके कुछ लोग नाराज हो गए सिर्फ इतना ही नहीं उनके खिलाफ एसडीएम पांवटा साहिब को झूठी शिकायत दी गई जिसमें कहा गया कि वह पंचायत में काम नहीं कर रहे हैं समय पर नहीं आते हैं जबकि यह बिल्कुल झूठ है गलत काम करने से मना करने का यह परिणाम है कि उन्होंने मुझ पर झूठे आरोप लगा दिए।
सचिव द्वारा निराधार आरोपों का खंडन करते हुए बताया गया कि उन्होंने 30 जून को ही एक पत्र ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर पोंटा साहिब को लिख दिया था जिसमें मार्गदर्शन करने के लिए कहा गया था तकरीबन 7 लाख रुपए के ऐसे काम है जो मौके पर अभी नहीं हुए हैं ऐसे कामों के बिल बनाकर प्रधान और ग्राम रोजगार सेवक से बिलों की पेमेंट करने का दबाव बना रहे थे। लेकिन BDO. पावटा साहिब के संज्ञान में मामला आने के बाद इन सभी बिलों को रद्द कर दिया गया।
भ्रष्टाचार से संलिप्त इस मामले में अब सचिव डोबरी सालवाला ने अब लगभग 7 लाख रुपए के ऐसे बिलों पर जांच करने का आग्रह प्रशासनिक अधिकारियों से किया है जो फ़र्जी बना कर पंचायत में दिए गए और उन पर कई लाख पेमेंट्स लेने का प्रयास किया गया। पंचायत सचिव ने कहा कि यह जरूरी है उन पर लगे झूठे आरोपों की भी जांच हो। उन्होंने कहा कि वह किसी भी हालत में सरकार द्वारा लोगों को दी जाने वाली योजनाओं को बिना धरातल पर उतारे बिल पास नहीं कर सकते।
Social media पर लताड़ …
उधर इस पूरे मामले में पंचायत प्रधान द्वारा मीडिया पर दिए बयान पर लोगों ने लताड़ लगाते हुए फर्जी और फ्रॉड जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया है। पंचायत के कई लोगों ने सोशल मीडिया पर पंचायत प्रधान के आरोपों की खबर पर खंडन करते हुए गंभीर आरोप प्रधान पर ही लगाए हैं कई लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि फर्जी बिलों का धंधा डोबरी सालवाला पंचायत में पहले भी कई बार सामने आ चुका है।
वही इस बारे में जब ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर पांवटा साहिब से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस तरह का मामला संज्ञान में आया था सभी बिलों को रद्द कर दिया गया था उन्होंने कहा कि सिर्फ सीमेंट के लिए अग्रिम धनराशि के बिल लगाए जा सकते हैं लेकिन बाकी सभी चीजों के जैसे बजरी, रेत, पत्थर, मिट्टी आदि के बिल काम होने के बाद लगाए जाते हैं और उसके बाद वह पास किए जाते हैं। इस मामले में कई ऐसे काम है जो अभी शुरू नहीं हुए लेकिन उन में लगने वाले सामान के बिल भी पास करने के लिए लगाए गए थे जिन्हें रद्द कर दिया गया है।
देखें वीडियो में सचिव क्या बोल रहे हैं।
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