News

ड्रग्स माफिया गिरफ्तार, सगे भतीजे को बना दिया गवाह…पांवटा पुलिस सवालों के घेरे में…

पढ़िए कैसे बचाए जा रहे यूवाओ में मौत बांटने वाले….

animal image

Ashoka Times…23 दिसंबर 23 

ड्रग्स माफियाओं को न्यायिक सज़ा से बचाने के लिए पांवटा पुलिस अधिकारियों ने एक नया रास्ता निकाला है। दरअसल पांवटा साहिब के वार्ड नंबर 10 में पकड़े गए स्मैक माफिया के सगे भतीजे को ही पुलिस ने गवाह बना दिया। वहीं इस गवाह पर पहले से ही कईं मुकद्दमे भी दर्ज हैं।

जहां एक ओर हिमाचल प्रदेश सरकार ड्रग्स माफिया पर जीरो टॉलरेंस की बात कर रही है तो वहीं दूसरी ओर पांवटा पुलिस ड्रग्स माफियाओं को सज़ा से बचाने के लिए सगे संबंधियों को ही गवाह बना रही है। दरअसल पांवटा पुलिस वार्ड नंबर 10 में एक स्मैक बेचने वाले व्यक्ति के घर रेड़ करने गई थी। रेड़ के दौरान एक 62 वर्षीय व्यक्ति से 5.35 ग्राम स्मैक बरामद की गई। इस दौरान पुलिस जिस गवाह को स्वतंत्र गवाह बता रही थी वह आरोपी का सगा भतीजा निकला है और वह खुद भी ड्रग्स बेचने का आरोपी बताया जा रहा है। ये राज तब सामने आया जब सोशल मीडिया पर आरोपी और गवाह की फोटो सामने आई।

animal image

सज़ा से बचाने का पुलिस पैंतरा…

पांवटा पुलिस सदर की कार्रवाई से कईं गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं क्या पांवटा सदर पुलिस ड्रग्स माफियाओं को न्यायिक सज़ा से बचाने के लिए इस तरह के षड्यंत्र रच रही है। पुलिस सूत्रों की मानें तो पुलिस किसी भी रेड़ से पहले आसपास का स्वतंत्र गवाह साथ रखती है और इस मामले में भी एक स्वतंत्र गवाह बनाया गया था और पुलिस अधिकारी थाना सदर पहले से ही जानते थे कि गवाह ड्रग्स बेचने वाले आरोपी का सगा भतीजा है। संभव है कि इस पूरे मामले में आरोपी को सज़ा से बचाने की एवज में मोटी रकम भी वसूल की गई हो। ऐसे में जैसे ही आरोपी और गवाह की फोटो पुलिस ने अपने सोशल मिडिया पर डाली पूरे शहर भर में चर्चा का विषय बन गई।

दरअसल ड्रग्स माफियाओं को सज़ा से बचाने के लिए ऐसे गवाहों को डाला जा रहा है जो कोर्ट में जाकर अपनी गवाही से मुकर जाते हैं और ड्रग्स माफिया गवाह के आभाव में आसानी से बच जाते हैं । साल भर में ही गवाहों के आभाव में मामले खत्म हो जातें हैं ।

इससे पहले भी पांवटा साहिब पुलिस द्वारा वार्ड नंबर 10 के बड़े ड्रग्स माफिया पर कार्रवाई तो की लेकिन गवाह के नाम पर सगे रिश्तेदार को ही गवाह बना दिया। इस मामले में भी मिडिया द्वारा आवाज़ उठाई गई थी लेकिन अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

कुल मिलाकर पांवटा साहिब में जब तक राजनीतिक संरक्षण के चलते पुलिस अधिकारी बार बार थाने में अपनी ट्रांसफर करवाते रहेंगे तब तक ड्रग्स माफिया पर लगाम लगाना मुश्किल है।

कोविड को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट…डॉ अजय पाठक

पांवटा देवी नगर में 5.35 ग्राम स्मैक के साथ व्यक्ति गिरफतार… पूछताछ जारी

नाबालिग का शव बरामद…पुलिस द्वारा घटनास्थल व आसपास पड़ताल जारी 

एसडीएम संगड़ाह ने शीत ऋतु की तैयारी को लेकर ली संबंधित अधिकारियों की बैठक…

पांवटा में चुरा पोस्त के साथ व्यक्ति गिरफ्तार… पूछताछ जारी 

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *