Crime/ Accident

डॉक्टर बोले गले पर शार्प इंजरी…नाबालिग प्रवासी मजदूर ने बदले बयान…पढ़िए क्या है मामला

शार्प इंजरी और कटीली तार के घाव की ये होती है पहचान….

Ashoka Times…

पांवटा साहिब के रामपुर घाट 17 वर्षीय युवक पर धार दार हथियार से हमला होने की सूचना सामने आई थी लेकिन सुबह होते होते गर्दन पर हुए हमले को लेकर पीड़ित ने अपना बयान बदल दिया है उसका कहना है कि वह रात के समय शौच के लिए गया था जहां तार जैसी चीज पर गिरने के कारण उसकी गर्दन पर घाव लगा है। 

डॉक्टर ने बताई शॉर्प इंजरी…

वहीं दूसरी और शार्प इंजरी पीड़ित के बयान से बिल्कुल अलग कहानी बयां कर रही है। शार्प इंजरी के घाव और तार के घाव को आसानी से पहचाना जा सकता है। उधर सिविल अस्पताल में गंभीर रूप से घायल हुए युवक का इलाज करने वाली डॉक्टर रिचा तिवारी ने शार्प इंजरी यानी तेज धार से घाव होने की बात कही है।

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इस पूरे मामले में कुछ सवाल खड़े हो रहे हैं क्योंकि देर रात तक पीड़ित और साथी लोगों के बयान कुछ और थे और सुबह होते ही वह बदल गए । ऐसा भी बताया जा रहा है कि हमलावर स्थानीय युवा हो सकते हैं जिन्होंने इस पीड़ित परिवार पर दबाव बनाकर बयान बदलाए हों। अगर ऐसा होता है तो यह भविष्य के लिए और घातक सिद्ध हो सकता है इस तरह आरोपियों के हौसले बुलंद होंगे और भविष्य में वह इससे भी गंभीर वारदात को अंजाम दे सकते हैं। इस मामले को लेकर निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए।

घाव की पहचान …

बता दें कि किसी भी घाव को देखकर आसानी से यह पता लगाया जा सकता है यह घाव किसी तेजधार हथियार से हुआ है या कपड़े सुखाने वाली तार से गला कटा है। इस मामले की निष्पक्ष तरह से जांच की जानी चाहिए।

*चाकू के घाव में साफ कटे हुए किनारे होते हैं
दरअसल तेजधार हथियार के घाव सीधे होते हैं घाव के दोनों और के किनारों पर खुरदरा पन बिल्कुल कम होता है घाव की दूरी कम होती है और घाव की सतह बिल्कुल प्लेन होती है।

वही अगर घाव तार से हुआ हो तो किनारों की स्किन खुरदरी होती है घाव के बीच जख्म बिल्कुल अलग होता और सबसे अहम बात किनारों पर स्किन खुरदरी होती ऐसे जख्म के बीच की दूरी बढ़ जाती है किनारे बिल्कुल अलग होते हैं

अगर किसी तार पर यह व्यक्ति गिरा है तो गले पर घाव के निशान बिल्कुल अलग होते है

वही इस नाबालिक के साथियों और परिजनों ने पहले बताया था कि मोबाइल चोरी हुआ है उम्मीद है पुलिस मोबाइल को भी बरामद करेगी।

दूसरी और रामपुर घाट एक बेहद संवेदनशील इलाका है यहां पर यूपी बिहार जैसी संवेदनशील इलाकों से आकर काम करते हैं वहीं दूसरी और रामपुर घाट में स्मैक और दूसरे खतरनाक नशे के आदि युवाओं की कमी नहीं है एक समय की बिट स्मैक के लिए यह गर्दन भी काट सकते हैं। इस मामले को लेकर डीएसपी रमाकांत करने को कहा कि पुलिस इस मामले की पूरी निष्पक्षता के साथ जांच करेगी। हालांकि पुलिस हर एंगल से इस मामले की जांच कर रही है।

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