चार महिलाओं के झुलसने और बच्ची की जान जाने के बाद टूटी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की नींद…पढ़ें क्या बोले
Ashoka Times….29 December 2024

पांवटा साहिब में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कि चीर निद्रा आखिर टूट गई, लेकिन इस निद्रा से पहले बायंकुआं में एक बच्ची जिंदा झुलस कर जान गंवा बैठी तो वही चार महिलाएं बुरी तरह से आग की चपेट में आकर घायल हुई है।
पांवटा द्वारा हिमाचल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और इंडस्ट्रियल एरिया गोंदपुर के सभागार में प्रदूषण के विषय पर एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के एक्सइएन अतुल परमार द्वारा की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य पॉल्यूशन विभाग की गाइड लाइन और दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए अनुशासन सुनिश्चित करना था। सभी उद्योगों को सूचित किया गया कि वह अपने उद्योग से उत्पन्न स्क्रैप केवल अधिकृत स्क्रैप डीलर को ही बेचें।
इसके साथ ही जो भी हैजर्डस वेस्ट (खतरनाक कचरा) उत्पन्न होता है उसे नियमानुसार शिवालिक और बद्दी भेजा जाए। सभी उद्योग अधिकारियों का यह कर्त्तव्य है कि वह सभी पर्यावरणीय और कानूनी नियमों और विनियमों का पालन करें। इसके अलावा प्रदूषण विभाग द्वारा तैयार किए गए पोर्टल्स पर सही जानकारी भरें और उन्हें नियमित रूप से अपडेट रखें।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक्शिएन अतुल परमार ने कहा उद्योग जगत से अपेक्षा है कि वह इन दिशा-निर्देशों का पालन करके पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान देंगे। साथ ही हाल ही में हुई एक अग्निकांड घटना से संबंधित जानकारी भी सांझा की गई। इस अग्निकांड में चार महिलाएं बुरी तरह से जख्मी हुई थी तो वही एक 4 वर्षीय बच्चे जिंदा गई थी।
बता दें कि पांवटा साहिब के उद्योगों से सैकड़ो टन प्लास्टिक और अन्य खतरनाक कचरा निकलता है जो कि यहां पर स्थित स्क्रैप वंडर्स खरीद लेते हैं ऐसे में कंपनी जिस स्क्रैप वैंडर का अधिक रेट होता है उसी को स्क्रैप बेच देती है। जिसके कारण पांवटा साहिब के स्क्रैप वेंडर्स के गोदाम में हजारों क्विंटल प्लास्टिक और दूसरा खतरनाक कचरा भरा पड़ा है जो जरा सी गलती पर भीषण आग का रूप ले सकता है।
एक जानकारी के अनुसार पांवटा साहिब में कईं दर्जन स्क्रैप वंडर्स बाहरी क्षेत्र से आकर काम कर रहे हैं। वही इन वेंटर्स ने न तो पांवटा साहिब में वेरिफिकेशन करवाई है। और ना ही कईं स्क्रैप वेंडर्स के पास कोई रजिस्ट्रेशन है। ऐसे में स्थानीय प्रशासन और पुलिस को ऐसे सभी स्क्रैप वंडर्स की न केवल लिस्ट बनानी चाहिए बल्कि जो अवैध रूप से चलाए गए हैं उन पर कानून कार्रवाई अमल में लानी चाहिए। ताकि भविष्य में दोबारा इस तरह की लापरवाही और अग्निकांड ना हो पाए।