खुले में सीवरेज छोड़ने पर IIM धौलाकुआं को कारण बताओं नोटिस जारी….
उल्लंघनों पर पॉल्यूशन बोर्ड की कार्रवाई शुरू

Ashoka Times….5 October
देश के सबसे बड़े संस्थान आईआईएम को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने खुले में सीवरेज का पानी छोड़ने पर कारण बताओं नोटिस जारी किया है साथ ही सख्त कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है।
जिस संस्थान पर देश को बेहतरीन मैनेजमेंट सिस्टम तैयार करने के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई वही संस्थान बुरी तरह से बीमार दिखाई दे रहा है। दरअसल संस्थान के भीतर से ही कुछ लोगों ने अशोका टाइम्स के साथ खुले में छोड़े जा रहे सीवरेज की वीडियो शेयर की थी जिसमें पूरे इंस्टिट्यूट का सीवरेज खुले में छोड़ा जा रहा है खबर के बाद पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड मेंबर सेक्रेटरी हरकत में आए और उन्होंने मौके पर टीम भेज कर वहां के हालात और सैंपल एकत्रित करवाए । इसके बाद संस्थान को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड हिमाचल प्रदेश की ओर से कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है।

बता दे की हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब में देश का सबसे बड़ा संस्थान आईआईएम कागजों में लगभग तैयार हो चुका है जबकि मौके की बात करें तो पूरे इंस्टिट्यूट का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट पूरी तरह तैयार नहीं है और इससे निकलने वाला दूषित पानी खुले में छोड़कर बीमारियों को फैलाने का काम संस्थान कर रहा है।
उधर आईआईएम संस्थान ने इस पूरे भ्रष्टाचार पर लीपा-पोती करते हुए अपना ब्यान जारी किया है जिसमें कहा गया है कि बरसाती पानी की निकासी के लिए दीवार तोड़कर पानी छोड़ा जा रहा है लेकिन अगर वहीं कुछ मीटर की दूरी पर आप देखे तो सीवरेज का ढक्कन टूटा हुआ है और सीवरेज के पाइप से गंदा पानी खुलेआम छोड़ा जा रहा है। (फोटो देखें)
इस पूरे मामले में Kamla Aditya construction private limited company और केंद्रीय पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट से भ्रष्टाचार की बुक आ रही है करोड़ों रुपए खर्चने के बावजूद अब तक ट्रीटमेंट प्लांट पूरी तरह से काम नहीं कर रहा है। हालांकि यह जांच का विषय है कि क्या इस कंपनी द्वारा ही इस सीवरेज प्लांट को बनाया जाना था। लेकिन इस पूरे मामले में Central PWD डिपार्टमेंट के लोग भी कई बार यहां का निरीक्षण कर चुके हैं। इसके अलावा संस्थान के डायरेक्टर और उच्च अधिकारी लगातार यहां पर निरीक्षण करते हैं। लेकिन उन्होंने कभी यहां की जमीनी हकीकत की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को नहीं सौंपी।
उधर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मेंबर सेक्रेटरी हिमाचल प्रदेश द्वारा की गई कार्रवाई को लेकर सामने आया है कि साइट का निरीक्षण किया गया है। समयबद्ध कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है। उल्लंघनों पर आवश्यक कार्रवाई शुरू की जा रही है।