News

खराब ब्रेक के बावजूद बस को चला दिया रूट पर…30 सवारियों की जान डाली मुसीबत में… 

Ashoka Times…1 July 23 Himachal Pradesh

हिमाचल रोडवेज बस की ब्रेक पहले से ही खराब थी ऐसे में ड्राइवर को जबरदस्ती गाड़ी को चलाने के लिए भेज दिया गया इस दौरान बस में 30 से अधिक सवारियां की जान ख़तरे में डाल दी गई बताया जा रहा है कि रास्ते में बस की ब्रेक फेल हो गई क्योंकि ड्राइवर सचेत था जिसके कारण उसने किसी तरह गाड़ी को पहाड़ी से टकराकर सवारियों की जान बचा ली।

सूत्र बता रहे हैं कि टेक्नीशियन में अड्डा इंचार्ज को पहले ही सचेत कर दिया था कि बस की ब्रेक खराब है ऐसी स्थिति में पास को रोड पर ना भेजा जाए लेकिन फिर भी सोलन से रोहडू रूट पर निगम की बस को भेजने के आदेश हुए।

बताया जा रहा है कि चालक के बार-बार कहने के बावजूद बस को रवाना कर दिया गया। वीरवार को कोटखाई से खड़ा पत्थर की चढ़ाई चढ़ने के बाद बस की ब्रेक में खराबी आ गई। चूंकि चालक पहले से ही ब्रेक को लेकर सचेत था, लिहाजा बस को सीधे निजी वर्कशॉप में पहुंचाया गया। मरम्मत के बाद जैसे-तैसे बस रोहडू पहुंच गई।

शुक्रवार देर दोपहर वापसी में खड़ा पत्थर का बाजार पार करते ही बस की ब्रेक फेल हो गई। बस में मौजूद सवारियों की मानें तो चालक ने जैसे-तैसे हैंडब्रेक का इस्तेमाल करते हुए बस को रोका। हैंडब्रेक के इस्तेमाल के बावजूद बस को रुकने में समय लगा।

बता दें कि कोटखाई रास्ता बेहद खतरनाक है अगर इस रास्ते के दौरान बस खाई में गिर गई होती तो बेहद भयानक हादसा हो सकता था।

बता दें कि चालक की सूझबूझ ने 30 से 40 यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया। बस को पहाड़ की तरफ टकराने के दौरान दो कारें भी क्षतिग्रस्त हुई। यात्रियों के मुताबिक ब्रेक फेल होने के बाद चालक द्वारा सोलन बस स्टैंड के अड्डा प्रभारी को भी संपर्क किया गया, लेकिन फोन बंद था। इसके बाद ट्रैफिक मैनेजर को घटना के बारे में सूचना दी गई। क्षेत्रीय प्रबंधक छुट्टी पर बताए गए।

हैरान कर देने वाली बात ये भी है कि शनिवार सुबह तक सोलन डिपो ने ब्रेकडाउन बस को वापस लाने के पुख्ता कदम नहीं उठाए। रोहडू डिपो से पहुंचे मैकेनिक भी ये देखकर दंग रह गए कि बस की प्रेशर पाइप में 6 ज्वाइंट लगाए गए हैं।

बता दें कि इस तरह की खटारा बसों को अगर तुरंत पहाड़ी क्षेत्रों से नहीं हटाया जाता है तो आने वाले समय में भयानक हादसे सामने आ सकते हैं इस बस की ब्रेक प्रेशर पाइप 506 जगह से रिपेयर की गई थी यानी पहाड़ी इलाके में स्पष्ट के कभी भी पैसे हो सकते थे और कई जाने लापरवाही के कारण जा सकती थी।

उधर बातचीत में हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि मामला काफी गंभीर है जिस पर जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

अस्पताल में नहीं हो रहे मोतियाबिंद ऑपरेशन…अंधेरे में गुम हो रही जिंदगियां 

जॉब अपॉर्चुनिटी आप कमा सकते हैं 16 से 17 हजार हर महीने…यहां करें आवेदन….

26 जिंदा जले…बस में सोए हुए लोगों पर टूटा कहर…

एक बार फिर सिरमौर ट्रक यूनियन के सरताज बने बलजीत नागरा…

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *