कुर्सी संभालते ही निर्णयों को पलटना तानाशाही….जयराम
क्यों पलटती है नई सरकारें पुरानी सरकारों के प्रोजेक्टों के निर्णय… कारण ये तो नहीं ?

Ashoka Times….13 December
पूर्व मुख्यमंत्री रहे जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर तंज कसते हुए कहा कि एक बार फिर कुर्सी संभालते ही कांग्रेस ने पिछली सरकार के फैसले पर रोक लगाकर अपनी मंशा जाहिर कर दी है हमारी सरकार में सभी फैसले आम लोगों के हित में हुए थे जिन पर आज कांग्रेस सरकार ने रोक लगा दी है।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की ओर से कुर्सी संभालते ही निर्णयों पर रोक को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने तंज कसा है।
जयराम ने लिखा- स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, पुलिस स्टेशन, पुल, सड़क, पेयजल योजना… इन सब कामों पर आते ही राजनीति शुरू कर दी है जनहित में हुए कार्य पर इस तरह से अंकुश लगाना तानाशाही है जिसका जवाब जल्दी ही आम जनता जरूर देगी ।

उन्होंने कहा कि जनता इन्हें कभी माफ नहीं करेगी। बता दें सुक्खू ने पूर्व जयराम सरकार के 1 अप्रैल 2022 के बाद कैबिनेट में लिए गए सभी फैसलों की समीक्षा करने का फैसला लिया है। साथ ही नए संस्थान खोलने और अपग्रेड करने के फैसले रिव्यू करने और डिनोटिफाई करने का भी फैसला लिया है। इसके अलावा भी कई अन्य निर्णय लिए गए हैं।
भाजपा ने कांग्रेस सरकार के किसी फैसले को नहीं पलटा, कोई विकास कार्य नहीं रोका, लेकिन अफसोस कि कांग्रेस सरकार ने बदले की भावना के साथ काम करना शुरू कर दिया है। जयराम ने आगे कहा कि कांग्रेस ने अपना रिवाज जारी रखते हुए हमारी सरकार के फैसलों को रोकने और पलटने का काम शुरू कर दिया, जबकि अभी तो मंत्रिमंडल का भी गठन नहीं हुआ लेकिन बदले की भावना के साथ काम करने की शुरुआत हो गई।
ये तो नहीं है कारण…
दरअसल बड़े बड़े प्रोजेक्टों में सरकारों के अपने ठेकेदार काम लेकर कमीशन का बड़ा हिस्सा सरकार के मंत्री संत्री तक पहुंचाते हैं हर सरकार चाहती है कि प्रदेश के बड़े प्रोजेक्टों में उनके लोग हो ताकि कमीशन का बड़ा हिस्सा उनकी सरकार में पिछले रास्ते से आ सके। ऐसे आरोप पहले भी लगते रहे हैं लेकिन इसके पीछे और भी कई मंशाएं हो सकती हैं।