Himachal Pradesh

हिमाचल में कौन बनेगा कांग्रेस दल का CM…!

पढ़िए हिमाचल में क्यों हारी भाजपा…यह रहे बड़े मुद्दे

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Ashoka Times….

हिमाचल प्रदेश 5 वर्ष बाद बदलाव वाला रिवाज इस बार भी बना रहेगा जैसा कि नतीजों से साफ हो रहा है कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बहुमत से बनने जा रही है ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर सीएम चेहरा कौन होगा।

ऐसे में अब सियासी गलियारों में चर्चाएं जोर पकड़ने लगी हैं कि हिमाचल प्रदेश कांग्रेस का मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा। हिमाचल में कांग्रेस से मुख्यमंत्री पद के तीन से चार दावेदार बताए जा रहे हैं। इनमें सबसे ऊपर प्रदेश कांग्रेस प्रचार समिति के प्रमुख व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू और छह बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी सांसद प्रतिभा सिंह का नाम चल रहा है। माना जा रहा है कि अगर इन दोनों के नाम पर सहमति नहीं बनती तो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर, कांगड़ा से पूर्व सांसद चंद्र कुमार व नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री की दावेदारी पर भी विचार किया जा सकता है।

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बता दें कि सीएम पद को लेकर आखरी जिम्मेदारी केंद्रीय नेतृत्व द्वारा निभाई जाएगी सीएम पद को लेकर अंतिम फैसला हाईकमान व विधायक दल लेगा। बता दें कि जितने भी सीएम के चेहरे हैं वह सभी अपने अपने विधायकों को लेकर लड़ाई लड़ने की तैयारी कर चुके हैं।

वर्तमान में कांग्रेस के प्रदेश चुनाव प्रचार कमेटी के अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने 2003 में पहला चुनाव लड़ा और विजयी हुए। 2007 में फिर जीते। 2012 का चुनाव हारे। 2017 के विस चुनाव में फिर सता में वापसी की। 2022 के विस चुनावों में चौथी बार जीतकर विधानसभा पहुंचे। सुखविंद्र सिंह सुक्खू 2013 में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष बने थे। उनकी संगठन में अच्छी पकड़ मानी जाती है।

प्रतिभा सिंह 1998 में सक्रिय राजनीति में आई थीं। पहला चुनाव मंडी संसदीय क्षेत्र से लड़ा था, जब भाजपा के महेश्वर सिंह ने उन्हें करीब सवा लाख मतों से पराजित किया था। 1999 में लोकसभा का दोबारा चुनाव हुआ था। प्रतिभा सिंह ने यह चुनाव नहीं लड़ा था। 2004 के आम लोकसभा चुनाव में उन्होंने दूसरी बार अपनी किस्मत आजमाई थी। समधी महेश्वर सिंह से 1998 की हार का बदला लेकर वह पहली बार लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुईं। थीं। 2009 का लोकसभा चुनाव उनके पति पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह ने लड़ा था। 2012 में प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद वीरभद्र सिंह ने लोकसभा से त्यागपत्र दे दिया था। 2013 में उपचुनाव हुआ तो प्रतिभा तीसरी बार मैदान में उतरीं।

फिलहाल हिमाचल प्रदेश के सभी कांग्रेस विधायकों को छत्तीसगढ़ ले जाने की तैयारी की जा रही है केंद्र द्वारा सभी को निर्देश दिए गए हैं कि वह एक साथ जीत का जश्न छत्तीसगढ़ में मनाएंगे।

क्यों हारी भाजपा….

स्थानीय नेताओं और मंत्रियों को लेकर लोगों के बीच काफी नाराजगी थी। बड़ी संख्या में लोगों का कहना था कि नेता उनकी बातें नहीं सुनते हैं। क्षेत्र में भी नहीं रहते। इसके बावजूद पार्टी ने टिकट दिया।

महंगाई बेरोजगारी रहा बड़ा मुद्दा…

महंगाई और बेरोजगारी भी काफी बड़ा मुद्दा हिमाचल प्रदेश में रहा कांग्रेस पार्टी ने गैस के दाम और महंगाई को घर-घर तक पहुंचाने में कामयाबी हासिल की इसके चलते भी लोगों में सरकार के खिलाफ काफी नाराजगी दिखी।

अनुराग ठाकुर और जेपी नड्डा के खिलाफ भी दिखी जनता…

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर लोगों के बीच ज्यादा लोकप्रिय नहीं हो पाए। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के खिलाफ भी लोगों की नाराजगी दिखी।

वहीं भारतीय जनता पार्टी ने भी जीत के लिए दावेदारी की है विस्तारित दावेदारी को वह किस तरह से अमली जामा पहनाते हैं यह एक बड़ी चुनौती है जिसे पूरा करना काफी मुश्किल साबित होगा।

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