
33 के.वी. ददाहू–संगड़ाह लाइन पूरी तरह से गिरी नदी में बही…
बरसात के चलते पशु शाला तबाह…पशु दबे…
Ashoka Times…1 सितंबर 2025
जिला प्रशासन जानकारी के अनुसार भारी बरसात के चलते 50 से अधिक लोगों का रैस्क्यू कर उनकी जान बचाई गई है लगातार प्रशासनिक अधिकारी मौके का निरीक्षण कर रहे हैं हालातों पर नजर बनाए हुए हैं।
सगड़ा ददाहू एरिया में बढ़ा गिरी का जलस्तर विद्युत संरचनाओं को भारी नुकसान…
गिरी नदी का जलस्तर पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है। वहीं दुन्नोई के पास भी 33 के.वी. के ढाँचे गिर गए हैं। जगह–जगह 11 के.वी. एवं एल.टी. लाइनें तथा ट्रांसफार्मर संरचनाएँ भारी वर्षा के कारण क्षतिग्रस्त हुई हैं।
वहीं विद्युत विभाग के अधिकारियों ने आम जनता को आग्रह किया है कि अत्यधिक वर्षा के चलते विद्युत आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है। ऐसे आपदा के समय में आमजन से विनम्र अनुरोध है कि धैर्य और संयम बनाए रखें। हमारी टीम विद्युत आपूर्ति को यथाशीघ्र बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। अगले एक सप्ताह तक आपूर्ति में बीच–बीच विद्युत आपूर्ति में व्यवधान आते रह सकते हैं।
भारी बारिश के चलते गौशाला तबाह दबे रह गए पशु…
लगातार मूसलाधार बारिश होने से जिला सिरमौर के उपमंडल सगडाह के अंतर्गत ग्राम पंचायत भराड़ी निवासी मीलाराम चौहान के भूस्खलन होने से गौशाला क्षतिग्रस्त हो गई है गौशाला ढहने से दुधारू दो गाय, बछडा तथा तीन बकरी ,दो बकरे दबने से मर गए
मलिक मीलाराम चौहान ने घटनास्थल की सूचना ग्राम पंचायत प्रधान पटवारी तथा पशुपालन विभाग को दी है।
जैसे ही घटनास्थल की सूचना पूरे गांव को मिली तुरंत वार्ड सदस्य जयप्रकाश चौहान घटनास्थल पर पहुंचे स्थानीय ग्राम निवासी जयपाल चौहान सोमनाथ चौहान, ओम प्रकाश कमल राज भागचंद डिंपल अजय कुमार जोगिंदर सिंह चमन लाल देवराज बाबूराम दयानंद राहुल कुमार सूरत राम आदि ने दबे मवेशियों को निकालने में मदद की गौरतलब है कि मलिक मीलाराम चौहान ने प्रदेश सरकार व प्रशासन से आर्थिक सहायता की मांग की गई।
एसडीएम गुंजित चीमा लगातार कर रहे लोगों को राहत देने का काम…
पांवटा साहिब के एसडीएम गुंजित चीमा लगातार बरसात के कारण हुए नुकसान को लेकर प्रभावित क्षेत्रों में जा रहे हैं। लोगों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाने की उनकी प्राथमिकता सराहनीय है। बता दें कि गिरी नदी में आई भारी बाढ़ के कारण बांगरन बस्ती से 50 से अधिक लोगों को प्रशासन द्वारा सुरक्षित रूप से निकाला गया। यह कार्रवाई बांगरन पुल के समीप नदी द्वारा भूमि कटाव के चलते उत्पन्न गंभीर खतरे को देखते हुए की गई।
इसी दौरान गिरी नदी के तेज़ बहाव में लिफ़्ट सिंचाई योजना (एल.आई.एस.) बांगड़ान नम्बर-2 का सम्पवेल तथा 5 सबमर्सिबल पम्प सेट बह गए, जिससे सिंचाई ढांचे को भारी क्षति पहुँची है।
जिला प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के साथ-साथ आवश्यक राहत प्रबंध सुनिश्चित किए हैं। नुक़सान के आकलन और बहाल करने का कार्य प्राथमिकता पर किया जा रहा है।
प्रशासन आमजन से पुनः अपील करता है कि नदी-नालों के किनारे रहने वाले लोग सतर्क रहें तथा किसी भी प्रकार की असावधानी न बरतें और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें।