चार विधानसभा क्षेत्रों की सैंकड़ों गर्भवती महिलाएं होगी प्रभावित….
Ashoka Times…
कांग्रेस सरकार द्वारा जिला सिरमौर के सिनियर गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ सुधी गुप्ता का ट्रांसफर शिमला के रोहड़ू में कर दिया गया है। इस निर्णय से न केवल पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र बल्कि शिलाई, रेणुका जी, नाहन की सैंकड़ों गर्भवती महिलाएं प्रभावित होंगी।
पहले ही पांवटा सिविल अस्पताल में 7 वर्षों से गर्भवती महिलाएं अल्ट्रासाउंड मशीन बंद होने के कारण तकलीफों से गुजर रही है और अब सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार सुख की सरकार ने जिला सिरमौर के इकलौते गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ सुधी गुप्ता को प्रमोशन करके रोहड़ू तबादला कर दिया है।
पांवटा साहिब के सिविल अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे डॉक्टर सुधी गुप्ता महिला रोग विशेषज्ञ हैं उनकी देख रेख में हर महीने सिविल अस्पताल में 150 से अधिक महिलाओं की नार्मल डिलीवरी करवाई जाती है। यानी हर रोज़ तकरीबन 5 महिलाओं से अधिक को सरकारी अस्पताल में ही सुविधाएं उपलब्ध हो रही है लेकिन अब यह सुविधा भी गर्भवती महिलाओ से छीनी जा रही है। दरअसल पांवटा सिविल अस्पताल से महिला विशेषज्ञ डॉ का तबादला कर दिया गया है।
क्या होगा गर्भवती महिलाओं पर असर…
सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में हर रोज 400 के करीब गर्भवती महिलाओं की ओपीडी रहती है उसमें से 300 से अधिक महिलाओं का इलाज डॉक्टर सुधी द्वारा किया जाता है। ऐसे में महिला विशेषज्ञ डॉक्टर के चले जाने से चार विधानसभा क्षेत्र जिसमें शिलाई-रेणुका-नाहन और पांवटा साहिब की गर्भवती महिलाओं को सीधे सीधे मैंहगे अस्पतालों में इलाज के लिए जाना पड़ेगा।
वहीं सरकार में मंत्री हर्षवर्धन चौहान करें हस्तक्षेप….
उधर शिलाई क्षेत्र की रहने वाली शिला, कुसूम, हेमलता, सगोई, चंपा, रेणू, पंथा देवी सहित दर्जनों महिलाओं ने सिविल अस्पताल के इकलौते महीला डाक्टर का तबादला नहीं किए जाने का आह्वान मंत्री हर्षवर्धन चौहान से किया है। उनका मानना है कि अगर सरकार ऐसा करती है तो सैंकड़ों गर्भवती गरीब महिलाएं मैंहगे अस्पतालों में जाकर इलाज करवाने को मजबूर होगी।
वहीं इस बारे में मुख्यमंत्री की नजदीकी और महिला कल्याण बोर्ड सदस्य नसीमा बेगम और मंडल अध्यक्ष अवनीत सिंह लांबा ने बताया की सिविल अस्पताल पांवटा साहिब के महिला विशेषज्ञ डॉ सुधी गुप्ता का प्रमोशन के आधार पर ट्रांसफर किया जा रहा है जो की सिरमौर की महिलाओं के लिए अच्छी खबर नहीं है। उन्होंने कहा कि पांवटा साहिब के सीनियर नेताओं के साथ मिलकर मुख्यमंत्री और उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान तक यह समस्या पहुंचाई जाएगी ताकि जिला सिरमौर के इकलौते सिनियर गाइनेकोलॉजिस्ट के तबादले पर रोक लगाई जा सके।