रात 1 बजे तक पुलिस के सामने डटे रहे हमलावर… पढ़िए यह क्या है पूरा मामला
Ashoka Times….16 April 2024
पांवटा साहिब के रामपुर घाट में देर रात हुए तांडव से आम आदमी एक बार फिर दहशत में है। सिविल अस्पताल में इलाज करवाने पहुंचे जनप्रतिनिधि और उसके परिवार पर अंदर घुसकर तेज धार हथियार से हमला किया गया वहीं अब तक पुलिस इन आरोपियों को गिरफ्तार करने मैं नाकाम रही है।
पांवटा साहिब में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में हालात बद से बेद्तर होते जा रहे हैं कानून व्यवस्था को ठेंगे पर रखकर लोग कहीं गोलियां बरसा रहे हैं तो कहीं अस्पतालों में घुसकर आपातकालीन वार्ड से बाहर निकाल कर लोगों को गंडासियां मार रहे हैं। विशेष तौर पर रामपुर घाट चौकी के अंतर्गत आने वाला क्षेत्र पूरी तरह से आपराधिक गतिविधियों का अड्डा बन गया है एक और यहां देसी कट्टे लेकर गैंगस्टर पनप रहे हैं तो दूसरी ओर सरकारी अस्पताल में घुसकर तेजधार हथियारों से हमला करने से भी लोग गुरेज नहीं कर रहे हैं देखा जाए तो पुलिस का जो खौफ आपराधिक छवि के लोगों में होना चाहिए वह पूरी तरह से यारी दोस्ती में बदल गया है रामपुर घाट में जिस तेजी के साथ हालत गंभीर होते जा रहे हैं उच्च अधिकारियों को ऐसे में स्वयं जिम्मेदारी उठानी चाहिए।
बता दें कि पांवटा सिविल अस्पताल में जिस वक्त आरोपी तेज धार हथियार चला रहे थे उस वक्त पुलिस भी अपनी जान बचाने के लिए एक कमरे में छुपी हुई थी ऐसे आरोप मौके पर मौजूद एक महिला द्वारा लगाए गए हैं इतना ही नहीं अस्पताल के भीतर घुस कर हमला करने वाले अस्पताल में ही बैठे रहे और पुलिस उनका मुंह ताकती नजर रही।
*अस्पताल में घुसकर उप-प्रधान और उसके परिवार पर जानलेवा हमला…चले तेज़ धार हथियार… WATCH VIDEO*
शहर में इतनी बड़ी वारदात होने के बावजूद एक एएसआई के भरोसे आईपीएस अधिकारी चैन की नींद सोते रहे मौके पर आकर हालात का जायजा लेना भी उन्होंने उचित नहीं समझा जब कि यह पूरा मामला हिंदू मुस्लिम की और भी बढ़ सकता था। अगर मौके पर उच्च अधिकारी पहुंचने तो हमलावर पुलिस के सामने छाती ठोक कर कई घंटे तक खड़े ना रहते बल्कि वह सलाहों के पीछे होते लेकिन एक एएसआई और चार-पांच पुलिसकर्मी अपने आप को आरोपियों के सामने बड़ा बस ही महसूस कर रहे थे क्योंकि उन्हें निर्देश देने वाला वहां पर कोई भी नहीं था।
बता दे की उप प्रधान गुरमेल सिंह और उसके परिवार पर जानलेवा हमला करने वालों पर आरोप लग रहे हैं कि इस्तबाल, शैहफीन, जहांगीर, सहजान, खुशनसीब सहित एक दर्जन से अधिक लोग पहले भी इस बस्ती में चोर को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला कर चुके हैं कुछ महीने पहले ही एक चोर को पकड़ने के लिए जब पुलिस टीम बस्ती में गई थी तो उस वक्त भी इस बस्ती के लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया था जिसमें दो पुलिसकर्मी बुरी तरह से घायल भी हुए थे।
इससे पहले की पांवटा साहिब के हालात और अधिक खराब हो जाए उच्च अधिकारियों को चाहिए कि रामपुर घाट स्थित चौकी में तुरंत बदलाव कर वहां पर ऐसे पुलिस कर्मियों को नियुक्त करना चाहिए जो लोगों की हिफाजत कर सके और पुलिस के प्रति लोगों में विश्वास बढ़ पाए अन्यथा हालत और खराब होने से कोई नहीं रोक पाएगा।
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